Lucknow : उत्तर प्रदेश के रामपुर में बुधवार को 5 बच्चों की डूबने से मौत हो गई. हादसा तब हुआ, जब पांचों बकरियां चराने गए थे. इसी दौरान वे ईंट भट्ठे के किनारे स्थित गड्ढे में भरे पानी में नहाने लगे. इसी गड्ढे में डूबने से पांचों की मौत हो गई. हादसे के बाद बच्चों के घर-परिवार में मातम का माहौल बना हुआ है. जुलाई से अब तक 13 ऐसी मौतें हो चुकी हैं.
दरअसल, ढकिया इलाके के गदमर पट्टी गांव में ईंट भट्ठा मालिक ने बड़े-बड़े गड्ढे खोदे है, जिसमें बारिश का पानी जमा हुआ है. इसी पानी में नहाने के लिए आकिल पुत्र शकील उम्र 12 वर्ष, चंचल पुत्री मोहन उम्र 10 वर्ष, सना पुत्री इसरार उम्र 10 वर्ष, अलीना पुत्री कदीर उम्र 10 वर्ष और गुलफ्शा पुत्री नियाज़ उम्र 9 वर्ष गए थे. मिट्टी दलदली होने के चलते पांचों गड्ढों में डूब गए.
बकरी चराने गए बच्चे जब काफी देर तक घर नहीं लौटे, तो परिजन इनकी तलाश के लिए गए. वहीं, गड्ढों के पास ही बकरियां मिलीं. पास में ही बच्चों के कपड़े और चप्पल देख परिजनों की आशंका हुई तो उन्होंने गांव के अन्य लोगों को सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने इन्हें पानी में उतरकर ढूंढना शुरू किया. आधे घंटे में एक-एक कर पांचों के शव बरामद हुए.
इस दौरान पुलिस को भी सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में पांचों को शाहबाद CHC भेजा. यहां डॉक्टरों ने चेकअप पांचों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. इस हादसे के बाद क्षेत्र भर में गम का माहौल है और मौके पर भीड़ है. सूचना के बाद SDM सुनील कुमार, ADM हेम सिंह और पुलिस क्षेत्राधिकारी निधि कीर्ति आनंद भी पहुंच गए. थाना ढकिया प्रभारी ने बताया कि काफी प्रयास किया गया लेकिन किसी बच्चे को बचाया नहीं जा सका. सूचना मिलते ही डीएम रामपुर भी मौके पर पहुंच गए.
परिजनों का बुरा हाल
शकील अहमद ने बताया, ”आकिल मेरा इकलौता बेटा था. मंगलवार को ही आकिल का एडमिशन 9वीं क्लास में कराया था. इसके बाद अब यह हादसा हो गया. हाय, मेरे घर का चिराग बुझ गया. यह सब कैसे हो गया.” वह उसके चेहरे पर सिर रखकर रोते-रोते बदहवास हो गए. जानकारी के अनुसार गुलफ्शा कक्षा-6 की छात्रा थी. सना भी कक्षा-6 में पढ़ती थी. मोहन की बेटी चंचल भी कक्षा-6 की छात्रा थी. अलीना भी कक्षा-5 की छात्रा थी.
सूचना पर कोतवाल शाहबाद करण पाल सिंह अपने सहयोगी उप निरीक्षक आदेश कुमार विजेंद्र सिंह अमित कुमार, सैफनी थाना प्रभारी अमरपाल सिंह, तहसीलदार शाहाबाद राकेश कुमार सोनी नायब तहसीलदार अरविंद कुमार शर्मा सूचना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहबाद पहुंचे. पांचों बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है.
बता दें कि रामपुर जिलें में अब तक पिछले 16 दिनों में 13 बच्चों की दुखद जान चली गई है. 14 जुलाई को मिलक तहसील में दो बच्चे एक गड्ढे में मृत पाए गए थे. 12 जुलाई को, 14 और 15 साल के दो स्कूली लड़के मिलक इलाके में एक रेलवे क्रॉसिंग के पास एक ईंट भट्ठा मालिक द्वारा खोदे गए गड्ढे में डूबकर मौत हो गई थी. वहीं, छह जुलाई को भसोड़ी शरीफ गांव में 11 वर्षीय बालक की भी डूबने से मौत हो गयी थी. इसके अलावा, 4 जुलाई को शहजाद नगर इलाके में एक नदी के पास मिट्टी निकालने के लिए बने गड्ढे में 12 साल के के तीन बच्चों की डूबकर मौत हो गई थी.