लखनऊ: यूपी-उत्तराखंड सीमा के जंगलों में अवैध शिकारियों (Poachers) की गतिविधियां बढ़ गयी हैं. इसके चलते लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व (Dudhwa Tiger Reserve) में रेड अलर्ट घोषित किया गया है. अवैध शिकारियों की तलाश में यूपी-उत्तराखंड सीमा के जंगलों में गश्त भी तेज कर दी गयी है.
बताया जा रहा है कि चाइल्ड वाइल्ड लाइफ वार्डन उत्तराखंड समीर सिन्हा ने यूपी के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर सुनील चौधरी को पत्र लिखकर दुधवा पार्क में अवैध शिकारियों की गतिविधियों की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि शिकारियों के समूह कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के दक्षिणी छोर पर सक्रिय हैं. इसलिये कार्बेट टाइगर रिजर्व के पास स्थित यूपी के जंगलों में निगरानी रखी जाए.
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उत्तराखंड के चीफ चाइल्ड वाइल्ड लाइफ वार्डन ने यूपी व उत्तराखंड के जंगलों के कुछ हिस्सों में साझा निगरानी अभियान चलाने के लिये सहयोग मांगा है. उत्तराखंड के अधिकारी का मानना है कि दोनों राज्यों के संयुक्त अभियान से जंगलों में अवैध गतिविधियों को रोका जा सकता है.
बताया जा रहा है कि इस सूचना के बाद बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, बिजनौर सहित कई जिलों में अलर्ट घोषित किया गया है. इन जिलों के अधिकारियों को भी एक्टिव किया गया है. साथ ही वन विभाग के अधिकारियों ने मेटल डिटेक्टर, इंफ्रारेड कैमरा, स्मार्ट केज, ड्रोन कैमरा, कैमरा ट्रैप और एम-स्ट्राइप्स जैसे आधुनिक गैजेट्स का भी इस्तेमाल सर्विलांस के लिये शुरू किया गया है.
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड और यूपी की सीमा पर जंगल हैं. यहां के जानवर भी एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहते हैं. उत्तराखंड के वन विभाग ने यूपी की सीमा से सटे जंगलों में अवैध गतिविधियां नोटिस की हैं. इसलिए अधिकारियों ने इन गतिविधियों के खिलाफ साझा अभियान चलाने के लिये यूपी के वन विभाग को सूचना दी है. अब दोनों विभाग मिलकर सीमावर्ती जंगल में निगरानी रखेंगे.