अयोध्या / गोरखपुर : देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में पिछले 10 दिनों में कोरोना के दैनिक सक्रिय मामलों में काफी कमी आयी है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 दिनों में करीब 85 हजार सक्रिय मामलों में कमी आयी है. प्रदेश में 30 अप्रैल को तीन लाख 10 हजार सक्रिय मामले थे. वहीं, अब दो लाख 25 हजार सक्रिय मामले हैं.
जनपद अयोध्या में पत्रकार बंधुओं से वार्ता… https://t.co/Ei80VvAkYF
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 10, 2021
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 300 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं. कोरोना के दैनिक सक्रिय मामलों में एक दिन पहले 23 हजार पॉजिटिव आये थे. आज यह संख्या घट कर 21 हजार हो गयी है. कोरोना के दैनिक कोरोन संक्रमितों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. इससे पहले मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में गोरखपुर और बस्ती मंडल की समीक्षा की.
गोरखपुर में समीक्षा बैठक करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी निजी अस्पतालों को मुहैया कराये जा रहे ऑक्सीजनका ऑडिट कराया जायेगा. साथ ही ऑक्सीजन की कालाबाजारी करनेवाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में वर्चुअल जरिये से अधिकारियों से जुड़े
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकना प्राथमिकता है. इसके लिए जिलों में रैपिड रिस्पांस टीमों और निगरानी समितियों की संख्या तीन से चार गुना तक बढ़ायी जाये. कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग शत-प्रतिशत करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना प्रबंधन में कोई भी लापरवाही अक्षम्य होगी.
वर्चुअल बैठक में गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात जिलों अधिकारी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से निबटने में आरआरटी व निगरानी समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोविड-19 में 108 एंबुलेन्स का 75 प्रतिशत प्रयोग किया जाये. उन्होंने कहा कि एक-एक व्यक्ति का जीवन अमूल्य है. हर हाल में इसे बचाना है. लक्षण वाले या संदिग्ध की तत्काल जांच करायी जाये. पॉजिटिव आने पर तुरंत मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाये. बीमारी को छिपाया नहीं जाये, बीमारी है, तो उसका इलाज भी जरूरी है.
उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएं. हर जिले में रोज 24 घंटे में आये पॉजिटिव, रिकवरी, सक्रिय मामलों की समीक्षा की जाये. होम आइसोलेशन के मरीजों से भी संवाद स्थापित किये जाएं. साथ ही कोरोना कर्फ्यू का भी कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये. साथ ही कहा कि जरूरी सेवाओं के क्षेत्र में बाधा नहीं आनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने स्वच्छता, सेनेटाइजेशन एवं फागिंग को अभियान के रूप में संचालित करते रहने और इसके लिए नोडल अधिकारी नामित करने का निर्देश दिया. केवल कन्टेनमेन्ट जोन में ही सख्ती की जाये. केवल मेडिकल, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, फागिंग, डोर स्टेप डिलेवरी की अनुमति होगी.