सीएम योगी ने अपने सरकारी आवास पर फहराया तिरंगा, बोले- आजादी के लड़ाई में स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान

सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि गणतंत्र दिवस स्वाधीनता सेनानियों के त्याग व बलिदान का स्मरण कराने के साथ हमें संविधान के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देता है.

By Sandeep kumar | January 26, 2024 12:10 PM

गणतंत्र दिवस के मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में स्थित अपने सरकारी आवास पर तिरंगा फहराया. सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि गणतंत्र दिवस स्वाधीनता सेनानियों के त्याग व बलिदान का स्मरण कराने के साथ हमें संविधान के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देता है. उन्होंने कहा कि अमृत काल का विशिष्ट कालखंड हमें आत्मचिंतन करने तथा महान देशभक्तों के सपने व लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्ध होने का अवसर भी प्रदान करता है. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने आजादी की अपनी एक लंबी लड़ाई के उपरांत स्वतंत्र भारत में अपना स्वयं का संविधान लागू किया. 2022 में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के बाद इस वर्ष हम सब अपने गणतंत्र का अमृत वर्ष मना रहे हैं. भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों, संविधानविदों और विशेषज्ञों के अनुसार हमने देश में संविधान लागू किया, जो पिछले 74 वर्षों से भारत में जाति, धर्म, संप्रदाय, क्षेत्र या अन्य तमाम अवरोधों को समाप्त करते हुए पूरी तरह कसौटी पर खरा उतरा है. सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के अंदर आधुनिक लोकतंत्र के रूप में स्थापित अन्य तमाम देश जो अपने को सबसे प्रगतिशील मानते हैं, उन्होंने लंबे समय तक लिंग भेद के आधार पर महिलाओं को मताधिकार से वंचित किया था. तमाम दबी कुचली परंपराओं को समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा से अलग किया था, लेकिन यह भारत के संविधान की महानता है कि भारत दुनिया का वो देश है, जिसने संविधान लागू करने के साथ ही इस बातों को सुनिश्चित किया था कि देश के अंदर लिंग, जाति, मत-मजहब, क्षेत्र के आधार पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा. देश में प्रत्येक वयस्क मतदाता को अपना मताधिकार करने का पूरा अधिकार है.

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दुनिया का सबसे बड़ा भारत का संविधान है- सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन 1950 में भारत ने आजादी की लंबी लड़ाई के उपरांत हमने अपना स्वयं का संविधान लागू किया था. यह दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है. हमारा संविधान अनेक उपलब्धियों से भरा है. ये हमें अधिकार देता है तो हमारे कर्तव्यों के प्रति हमें आग्रही भी बनाता है. अगर हम अपने कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हैं अगले 25 वर्ष में हमारा देश एक विकसित भारत होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने देश के अतीत पर गौरव और वर्तमान को सुंदर व सुखद बनाते हुए उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ना है. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारे लिए सर्वोपरि है. ये हमें आग्रही बनाता है कि हर कार्य देश के नाम होना चाहिए. दुनिया के इस सबसे प्राचीनतम राष्ट्र के प्रति हम अपने संविधान के जरिए श्रद्धा का भाव प्रकट करते हैं. सीएम योगी ने इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद और संविधान शिल्पी बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को भी नमन किया. उन्होंने कहा कि ये विभूतियां हम सबके लिए प्रेरणादायी हैं.

बसपा सुप्रीमों मायावती ने गणतंत्र दिवस की दी बधाई

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्‍तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने देश व दुनिया भर में रहने वाले सभी भारतीयों को 75वें गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए सरकार को सलाह दी कि देश दावों एवं वादों के बजाय ठोस प्रगति की राह पर चले तो बेहतर होगा. बसपा प्रमुख ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर अपने बधाई संदेश में कहा कि देश व दुनिया भर में रहने वाले सभी भारतीयों को 75वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. उन्‍होंने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि यह वह ख़ास मौका है जब देश की लोकतांत्रिक मान-मर्यादाओं व पवित्र संविधान के आदर्श मानवीय मूल्यों से आमजन को लाभान्वित कराने के प्रति सरकार द्वारा आत्म-चिन्तन की आवश्यकता है. अपने पोस्ट में मायावती ने आगे कहा कि भारत का मानवतावादी संविधान देश के समस्त नागरिकों के न्याय व समतामूलक विकास के कल्याणकारी जीवन की गारंटी देता है, किन्तु इस पर पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से अमल नहीं करने का परिणाम है कि यहां के अधिकतर लोग गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा आदि से त्रस्त जीवन जीने को मजबूर हैं. देश की प्रगति का सही मापदंड गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा आदि का उन्मूलन तथा प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि है, ना कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का विकास या बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की पूंजी में इजाफा. अतः देश दावों एवं वादों के बजाय ठोस प्रगति की राह पर चले तो बेहतर.

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