अतीक-अशरफ की हत्या में प्रयोग होने वाले हथियार के बारे में हुआ खुलासा, दिल्ली के गैंग ने दी थी जिगाना पिस्टल
प्रयागराज में माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स के मास्टरमाइंड का पता चल गया है. दिल्ली के एक गैंग के लोगों ने जिगाना पिस्टल दी थी. इसी पिस्टल से हत्या की गई थी. हमलावरों ने हत्या से पहले कचहरी और अस्पताल की रेकी की थी.
Lucknow : यूपी के प्रयागराज में पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अज़ीम अशरफ की मीडिया कैमरों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब इस मामले में आय दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं. फिलहाल माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स के मास्टरमाइंड का पता चल गया है. इसके अलावा, यह भी पता चला है कि शूटर को लाखों की कीमत वाली जिगाना पिस्टल किसने दिया था.
13 अप्रैल को प्रयागराज पहुंच चुके थे हत्यारे
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तीनों हमलावरों में से एक सनी ही पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है. उसी ने बाकी दोनों आरोपियों लवलेश और अरुण को हत्या के लिए तैयार किया था. जानकारी के मुताबिक तीनों शूटर्स 13 अप्रैल को ही प्रयागराज पहुंच चुके थे. इस दौरान वे एक होटल में रूके थे. इसके बाद उन्होंने कचहरी और अस्पताल की रेकी की. और जानकारियां जुटाईं कि अतीक और अशरफ को कितने बजे पुलिस मेडिकल के लिए ले जाती है. दोनों की हत्या करने के लिए होटल से सभी आरोपी एक-एक करके निकले थे. पुलिस द्वारा की गई अब तक की जांच में किसी चौथे शख्स का नाम नहीं आया है.
दिल्ली के गोगी गैंग ने दी थी जिगाना पिस्टल
एक मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सनी को दिल्ली के गोगी गैंग के लोगों ने जिगाना पिस्टल दी थी. इसी पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद सवाल उठ रहे थे कि आखिर हमलावरों के पास जिंगाना कहां से आई थी. जानकारी के मुताबिक दिल्ली के एक गैंग ने सनी को यह पिस्टल किसी अन्य गैंगस्टर को मारने के लिए दी थी, लेकिन वह उसे नहीं मार सका था. यह हमला दिल्ली के किसी कोर्ट में किया जाना था. मगर इसके बदले इसी पिस्टल से माफिया अतीक और उसके भाई की हत्या कर दी गई.
15 अप्रैल को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर हुई हत्या
गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अज़ीम अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसमें सनी, लवलेश और अरुण नामक तीन शूटरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था. पहले तीनों को प्रयागराज जेल में ही रखा गया, लेकिन फिर तीनों को प्रतापगढ़ की जेल शिफ्ट कर दिया गया. पुलिस तीनों शूटरों से पूछताछ कर रही है.