नदी घाटी जोड़ो परियोजना: बुंदेलखंड के पानी संकट को दूर करेंगी केन-बेतवा नदियां
उत्तर प्रदेश के चार और मध्य प्रदेश के आठ जिलों के लोगों को इस परियोजना से मिलेगी राहत
Lucknow News: पानी की कमी से जूझ रहे बुंदेलखंड इलाके को केन-बेतवा नदियों से राहत पहुंचाई जायेगी. केंद्र सरकार ने केन-बेतवा लिंक परियोजना को मंजूरी दे दी है. इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर का पानी संकट दूर होगा. साथ ही मध्यप्रदेश के पन्ना, टीकमगढ़, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन को राहत मिलेगी.
इस परियोजना में केन नदी का पानी बेतवा में भेजा जायेगा. यह दाऊधाम बांध के निर्माण और दोनों नदियों से नहर को जोड़ने, लोअर उर परियोजना, कोठा बैराज और बीना कॉम्प्लेक्स परियोजना के जरिये पूरा किया जायेगा. परियोजना से 10.62 लाख हेक्टेयर रकबे की वार्षिक सिंचाई हो सकेगी.
लगभग 62 लाख की आबादी को पीने का पानी मिलेगा तथा 103 मेगावॉट पन बिजली और 27 मेगावॉट सौर ऊर्जा पैदा होगी. परियोजना को उत्कृष्ट प्रौद्योगिकी के साथ 8 वर्षों में पूरा करने का प्रस्ताव है. केन-बेतवा लिंक परियोजना की कुल लागत 44,605 करोड़ रुपये का अनुमान किया गया है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने परियोजना के लिये केंद्रीय समर्थन के रूप में 39,317 करोड़ रुपये, सहायक अनुदान के रूप में 36,290 करोड़ रुपये और ऋण के रूप में 3,027 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है.
गौरतलब है कि 22 मार्च 2021 को देश में नदियों को आपस में जोड़ने की पहली प्रमुख केंद्रीय परियोजना को क्रियान्वित करने के लिये केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बीच एक ऐतिहासिक समझौता किया गया था.
यह समझौता अटल बिहारी वाजपेयी की नदी जोड़ो परियोजना की कड़ी है. जिसमें अंतर-राज्यीय सहयोग से नदियों को आपस में जोड़कर पानी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाकर सूखाग्रस्त और पानी की कमी वाले इलाकों तक पानी पहुंचाना है.