UP Election 2022: अवतार सिंह भड़ाना के जरिए रालोद ने चला यह बड़ा दांव, क्या चुनाव में मिलेगा फायदा?

UP Election 2022: रालोद ने अवतार सिंह भड़ाना को जेवर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है. इसके जरिए रालोद ने गुर्जर बिरादरी के वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Prabhat Khabar News Desk | February 4, 2022 4:54 PM

UP Election 2022: राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख चौधरी जयंत सिंह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मिलकर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. सपा-रालोद गठबंधन के तहत जेवर विधानसभा सीट से उन्होंने अवतार सिंह भड़ाना को टिकट दिया है. अवतार सिंह भड़ाना के जरिए रालोद ने गुर्जरों को साधने की कोशिश की है.

अवतार सिंह भड़ाना के जरिए गुर्जर बिरादरी को साधने की कोशिश

दरअसल, अवतार सिंह भड़ाना का मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा की गुर्जर प्रभावित सीटों पर काफी असर माना जाता है. रालोद से पहले कांग्रेस ने उनका उपयोग कई राज्यों में किया था. रालोद ने भी अवतार सिंह भड़ाना के जरिए गुर्जर बिरादरी को साधने की कोशिश की है.

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अवतार सिंह भड़ाना की ‘बागी’ की रही छवि

अवतार सिंह भड़ाना की छवि बागी की रही है. वह किसी पार्टी में ज्यादा दिन नहीं टिके. मीरापुर सीट से वह महज 193 वोट से जीतकर विधायक बने थे. 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर फरीदाबाद सीट से चुनाव लड़ा.

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अवतार सिंह भड़ाना के भाई रह चुके हैं मंत्री

अवतार सिंह भड़ाना के भाई करतार सिंह भड़ाना हरियाणा में दो बार मंत्री रह चुके हैं. करतार सिंह दो बार खतौली से विधायक रहे. दोनों बार रालोद ने उन्हें टिकट दिया.

गुर्जर बाहुल्य सीटों पर रालोद की नजर

अवतार सिंह भड़ाना को जिस जेवर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है, वह गुर्जर बाहुल्य सीट है. अवतार सिंह भड़ाना के जरिए रालोद गुर्जर प्रभावित मेरठ, बागपत, खतौली, मीरापुर खेकड़ा में अपनी पकड़ बनाना चाहता है.

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बीजेपी की भी गुर्जर वोट बैंक पर नजर

बता दें, बीजेपी की भी नजर भी गुर्जर बिरादरी के वोट बैंक पर टिकी हुई है. 2014 का लोकसभा चुनाव हो या 2017 का विधानसभा चुनाव , बीजेपी को इस बिरादरी का काफी वोट मिला था. सपा और रालोद गठबंधन ने कई गुर्जर नेताओं को अपने साथ जोड़ा है ताकि बीजेपी को नुकसान पहुंचाया जा सके. बीजेपी ने पिछले साल सितंबर में गौतमबुद्ध नगर के दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण भी किया था.

Posted By: Achyut Kumar

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