RO ARO Paper Leak: आरओ एआरओ भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में बर्खास्त सिपाही सहित दो गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने 11 फरवरी को समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा-2023 (RO ARO Paper Leak) कराई थी. इसमें समीक्षा अधिकारी के 334 और सहायक समीक्षा अधिकारी के 77 पदों के लिए 1076004 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे थे. 58 जिलों में परीक्षा का आयोजन किया गया था.
लखनऊ: यूपी में हुई आरओ एआरओ (RO ARO paper leak) भर्ती मामले में एसटीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें से एक बर्खास्त सिपाही और दूसरा एक स्कूल का प्रबंधक है. बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह और स्कूल के मैनेजर सौरभ शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है.
परीक्षा की सुबह लीक की आंसर शीट
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि आरओ एआरओ भर्ती परीक्षा में पेपर लीक (RO ARO Paper Leak) मामले की जांच के दौरान पता चला था कि खरगापुर गोमती नगर निवासी अरुण कुमार सिंह ने हल प्रश्न पत्र 11 फरवरी को परीक्षा शुरू होने से पहले भेजा था. ऐसे लोगों से रुपये भी वसूले गए थे. जांच में ये भी पता चला कि अरुण कुमार सिंह को पेपर जीडी मेमोरियल स्कूल पारा लखनऊ के मैनेजर सौरभ शुक्ला ने दिया था. पूछताछ में आरोपी सौरभ शुक्ला ने बताया कि गंगा देवी मेमोरियल स्कूल निकट डूडा कालोनी हंसखेड़ा पारा का मैनेजमेंट वो स्वयं देखता है. अरुण सिंह से उसकी मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी. इसके बाद से वो लगातार संपर्क में था.
वाट्सएप से बांटा पेपर
सौरभ शुक्ला ने बताया कि अरुण सिंह ने फरवरी 2024 में उससे आरओ एआरओ (RO ARO Paper Leak) परीक्षा का पेपर लीक कराने के लिए कहा. उसे बताया गया कि परीक्षा के दिन दो-तीन घंटे पहले उसे पेपर मिल जाएगा. 10 फरवरी को सौरभ ने अरुण सिंह को अपने स्कूल के पीछे स्थित एक होटल में रुकवाया. अगले दिन 11 फरवरी को सुबह 7 बजे अजय शर्मा नाम के युवक ने उसे वाट्सएप से पेपर का पीडीएफ भेजा. उसमें सामान्य अध्ययन और हिंदी का प्रश्न पत्र था. इस पीडीएफ में सभी प्रश्नों के उत्तर पर टिक लगा हुआ था. इस पेपर को सौरभ ने अरुण सिंह को भेज दिया. अरुण ने पेपर को और लोगों को फॉरवर्ड किया.
मोबाइल फोन फेंका नहर में
पुलिस के अनुसार RO ARO Paper Leak मामले की जांच शुरू हुई तो अरुण सिंह का नाम मीडिया में छपा देखा. इस पर उसने अरुण से संपर्क किया. अरुण ने सौरफ से कहा कि अपना मोबाइल फोन फेंक दो. इसके बाद सौरभ ने अपना मोबाइल फोन अवध चौराहे के पास नहर में फेंक दिया.