लखनऊ. रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (BBAU) लखनऊ में जमकर बवाल हो गया. भगवान राम की शोभायात्रा निकाल रहे एबीवीपी (ABVP)से जुड़े छात्रों का अम्बेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट यूनियन (AUDSU) एवं बिरसा अंबेडकर फुले छात्र संघ (BAPSA) से विवाद हो गया. देखते ही देखते कुलपति आवास के बाहर दोनों पक्षों से भारी संख्या में छात्र जमा हो गए. छात्रों का देर रात तक कुलपति आवास के बाहर प्रदर्शन जारी रहा. सेंट्रल लाइब्रेरी के पास दलित छात्रों पर पुलिस और सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी में कुछ छात्रों पर ABVP के सदस्यों ने हमला कर दिया. छात्रों के टकराव के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन को पीएसी बुलानी पड़ी.
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में रामनवमी पर गुरुवार को भगवान राम की शोभायात्रा निकाली जा रही थी. अम्बेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट यूनियन (AUDSU) और बिरसा अंबेडकर फुले छात्र संघ (BAPSA) से जुड़े छात्रों ने इस शोभायात्रा का विरोध किया. दलित छात्रों का कहना था कि कैंपस में धार्मिक आयोजन विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ हैं.
शोभायात्रा का विरोध करने वाले AUDSU और BAPSA से जुड़े छात्रों की विधार्थी परिषद के छात्रों ने पिटाई कर दी. दलित छात्रों का आरोप है कि अभाविप की शोभायात्रा में बाहरी छात्र भी शामिल थे. शिकायत लेकर कुलपति आवास गये. अम्बेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट यूनियन और बिरसा अंबेडकर फुले छात्र संघ के कार्यकर्ताओं के पहुंचने के कुछ देर बाद ही अभाविप के कार्यकर्ता भी वीसी आवास पहुंच गये.
कुलपति आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में छात्र जमा हो गये. हालत बेकाबू न हों इसके लिये बड़ी संख्या में पीएसी और थाना पुलिस का बल तैनात है. छात्रों के दोनों समूह अभी भी कुलपति आवास के बाहर नारेबाजी करते रहे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों ने शोभायात्रा को रोकने वाले दलित छात्रों पर कार्रवाई करने की मांग की है. अपनी मांग मनमाने को कुलपति आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया.