Sadhguru Jaggi Vasudev: सद्गुरु जग्गी वासुदेव निकले मिट्टी बचाओ यात्रा पर, सीएम योगी से कहा बनाएं नीति

सद्गुरु जग्गी वासुदेव Save Soil (मिट्टी बचाने) यात्रा पर मोटरसाइकिल से निकले हैं. मंगलवार को वह लखनऊ में थे. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ एक स्थानीय स्कूल में कार्यक्रम को संबोधित किया और उनसे उत्तर प्रदेश में मिट्टी के जैविक तत्वों को बचाने के लिए नीति बनाने की मांग की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2022 9:41 PM

Lucknow: सद्गुरु जग्गी वासुदेव मिट्टी बचाने (Save Soil) के लिये 100 दिन में 30 हजार किलोमीटर की यात्रा को लेकर मंगलवार को लखनऊ पहुंच गये. इस मौके पर उन्होंने एक निजी स्कूल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस अभियान का मूल उद्देश्य, कृषि-भूमि में कम से कम 3-6 प्रतिशत जैविक तत्व होना सुनिश्चित करने के लिए सरकारों पर जोर डालना है. इसके बिना पूरी कृषि-भूमि तेजी से खराब हो जाएगी और रेत में बदल जाएगी, जिसमें कोई फसल नहीं उग सकती, जिससे वैश्विक खाद्य और जल सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी. इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे.

भारत की 30 फीसदी मिट्टी बंजर हुई

सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने कहा कि भारत में लगभग 30% उपजाऊ मिट्टी पहले ही बंजर हो चुकी है और उपज देने में असमर्थ है. ‘संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने चेतावनी दी है कि मरुस्थलीकरण से 2045 तक खाद्यान्न उत्पादन में 40 प्रतिशत तक गिरावट आ सकती है. जबकि दुनिया की जनसंख्या 9 अरब पार कर जाएगी. UNCCD के मुताबिक अगर भूमि की दुर्दशा मौजूदा गति से जारी रहती है, तो 2050 तक 90 प्रतिशत धरती रेगिस्तान में बदल सकती है, जो अब से तीन दशक से भी कम है.

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यूपी अनियमित कटान पर्यावरण असंतुलन का कारण

सद्गुरु ने कहा कि यूपी में अनियमित कटान पर्यावरण असंतुलन का कारण है. जिससे मिट्टी में पानी वहन करने की क्षमता भी प्रभावित हो गयी है. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की मिट्टी को बचाने के लिये विशेष अभियान बचाने की जरूरत है.भारत के 63 प्रतिशत भूभाग में मिट्टी में 0.5 प्रतिशत से भी कम जैविक तत्व बचे रह गये हैं. बीते दशकों में तेजी से मिट्टी के जैविक तत्वों में कमी आयी है. तेजी से खराब होती मिट्टी हमारे अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा है. वृक्षों के अनियमित कटान से गंगा बेसिन का 90 प्रतिशत ग्रीन कवर नष्ट हो चुका है.

मिट्टी बचाने के लिये यूपी के 65 हजार बच्चे लिख चुके हैं पत्र

उन्होंने कहा कि यह अभियान अब तक 2.5 अरब लोगों तक पहुंच चुका है. 74 देश अपने देशों की धरती को बचाने के लिए कार्य करने पर सहमत हुए है. भारत में 15 लाख से अधिक बच्चों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर देश की मिट्टी और उनके सामूहिक भविष्य को बचाने के लिए कार्य करने का अनुरोध किया है. यूपी के 25 से ज्यादा जिलों के 300 से ज्यादा स्कूलों के 65 हजार से ज्यादा छात्रों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है.

सद्गुरु 21 मार्च को  निकले save soil अभियान पर

मिट्टी बचाओ यात्रा पर सद्गुरु 21 मार्च 2022 को यूरोप, मध्य एशिया और मध्य पूर्व के देशों में अकेले मोटरसाइकिल से निकले थे. कुछ दिन पहले वह गुजरात के जामनगर के पश्चिमी बंदरगाह शहर पहुंचे थे. नौ भारतीय राज्यों में अपनी यात्रा को जारी रखते हुए, वह गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और नई दिल्ली से गुजर चुके हैं.

दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सद्गुरु के साथ अभियान के लिए अपना समर्थन और प्रोत्साहन दिया. इस अभियान को मानवता की बहुत बड़ी सेवा बताते हुए प्रधानमंत्री ने सद्गुरु की मोटरसाइकिल यात्रा की सराहना की. कार्यक्रम के बाद सद्‌गुरु ने प्रधानमंत्री को मिट्टी के पुनरुद्धार की हैंडबुक भेंट की.

मिट्टी बचाओ अभियान को यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेज़र्टिफिकेशन (UNCCD), यूनाइटेड नेशंस पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), यूएन वर्ल्ड खाद्य कार्यक्रम, और इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर (ICUN) का समर्थन प्राप्त है.

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