सरयू नहर प्रोजेक्ट: अखिलेश और पीएम मोदी में ‘जंग’, ट्विटर यूजर्स ने ढूंढा ‘टीपू भैया’ का शाहजहां कनेक्शन

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पर दावा जताया. पीएम मोदी ने परियोजना के उद्घाटन के बाद मंच से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा.

By Prabhat Khabar News Desk | December 11, 2021 3:52 PM
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PM Narendra Modi In Balrampur: पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पूर्वांचल के नौ जिलों को सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना की सौगात दी. योजना के जरिए 14.50 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल की भूमि पर सिंचाई सुविधा मिलेगी. योजना के उद्घाटन को लेकर सपा और बीजेपी में जुबानी जंग भी दिखी. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पर दावा जताया. पीएम मोदी ने परियोजना के उद्घाटन के बाद मंच से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा.

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के उद्घाटन के पहले ट्वीट किया. अखिलेश यादव ने लिखा- सपा के समय तीन चौथाई बन चुकी सरयू राष्ट्रीय परियोजना के शेष बचे काम को पूर्ण करने में उप्र भाजपा सरकार ने पांच साल लगा दिए. 22 में फिर सपा का नया युग आएगा. विकास की नहरों से प्रदेश लहलहाएगा. पहले भी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे समेत दूसरी योजनाओं को अखिलेश यादव अपना बता चुके हैं. वो बीजेपी पर राम नाम जपना, पराया माल अपना का आरोप लगाते रहे हैं.

अखिलेश यादव के ट्वीट पर पीएम मोदी ने बलरामपुर से तंज कसा. पीएम मोदी ने अखिलेश यादव का नाम नहीं लिया. अपने संबोधन में कहा- मुझे तो संदेह है कि अभी कुछ लोग ये न कह दें कि मोदी जी इस योजना का फीता तो हमने काटा था. हो सकता है कि बचपन में उन लोगों ने इसका फीता काटा हो. कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटना हो सकती है. लेकिन, हम लोगों की प्राथमिकता योजनाओं को पूरा करना है.’ पहले भी पीएम मोदी समाजवादी टोपी को यूपी में रेड अलर्ट कहकर बुलाया था.

अखिलेश यादव के ट्वीट पर यूजर्स ने भी मौज ली. पूजा सिंह हैंडल से फोटो के साथ ट्वीट किया गया- टीपू भईया अब ये भी कह दो कि राममंदिर निर्माण भी मैंने ही शुरू करवाया था. रतन शाही नामक यूजर ने कमेंट किया- बहुत कम लोगों को पता है कि सरयू नहर राष्ट्रीय योजना की सारी नहरें अखिलेश भैया ने खुद फावड़ा लेकर खोदी थी. मोदी और योगी जी ने इसका भी क्रेडिट ले लिया. सैड लाइफ भैयाजी.

सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना की मुख्य नहर 350 किमी लंबी हैं. सहायक नहरें 6,600 किमी लंबी हैं. परियोजना के तहत पांच नदियों घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी नदियों को जोड़ा गया है. करीब10,000 करोड़ रुपए की लागत वाली सरयू नहर परियोजना से 6,227 गांवों की लगभग 15 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी. इससे सीधे तौर पर पूर्वांचल के 30 लाख किसानों को फायदा होगा.

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