UP News: सरोजनीनगर को मिलेगी अब तक की सबसे बड़ी शुद्ध पेयजल की सौगात, विधायक राजेश्वर सिंह ने किया शिलान्यास

लखनऊ जिसे तलाबों का शहर कहा जाता था लेकिन आज तलाब सूख रहे हैं, यह चिंता का विषय है. हमारे भविष्य के लिए भूजल दोहन को रोकना होगा. लखनऊ में 750 सरकारी ट्यूबवेल और लगभग 550 निजी ट्यूबवेल हैं. 60 हजार घरों में सबमर्सिबल लगा है. जिसके कारण भूजल का स्तर गिर रहा है. लखनऊ में लोग 80% भूजल पर निर्भर है.

By Amit Yadav | October 6, 2023 10:37 PM

लखनऊ: सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने क्षेत्र की जनता को शुद्ध पेयजल का बड़ा तोहफा दिया. उन्होंने शुक्रवार को अमृत 2.0 कार्यक्रम के अंतर्गत 150 करोड़ रुपये की लागत की सरोजनीनगर प्रथम, सरोजनीनगर द्वितीय एवं इब्राहिमपुर प्रथम वार्ड की पेयजल योजना का भूमिपूजन किया. पिपरसंड मार्ग, स्कूटर इंडिया गेट नंबर-2 के निकट गौरी में आयोजित पेयजल योजना के शिलान्यास कार्यक्रम में डॉ. राजेश्वर सिंह ने विधि विधान व मंत्रोच्चार के साथ पेयजल योजना का भूमि पूजन करके शिलान्यास किया. अब सरोजनीनगर प्रथम, सरोजनीनगर द्वितीय एवं इब्राहिमपुर प्रथम वार्ड में साफ पानी की कमी दूर होगी और यहां रहने वाले 24,363 परिवारों को सीधे तौर पर लाभ मिल सकेगा.

घरों में नल से पीने योग्य जल पहुंचाने के लिए 29 गहरे ट्यूबवेल, पंप हाउस, 6 ओवरहेड जलाशय, 4 भूमिगत जलाशय, 36 किमी राइजिंग मेन, 295 किमी पाइपलाइन बिछायी जाएंगी और 6 स्टाफ क्वार्टर व एससीएडए ऑटोमेशन सिस्टम का भी निर्माण किया जाएगा. इससे लोगों को पानी लेने के लिए कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा और हर घर 24 घंटे पीने योग्य पानी उपलब्ध होगा. डॉ. राजेश्वर सिंह ने सरोजनीनगर के हर घर के नल से स्वच्छ जल पहुंचाने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है कि आज भारत के 63 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को जलापूर्ति की जा रही है. देश में हर एक सेकेंड में एक घर में नल लग रहे हैं और हर दिन 84 हजार से ज्यादा पानी के कनेक्शन दिए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 1 करोड़ 68 लाख नल कनेक्शन दिए गए हैं.


सरोजनी नगर में 30 सेंटीमीटर प्रति वर्ष जल स्तर गिर रहा

सरोजनी नगर विधायक ने कहा कि महिलाओं का काफी समय जल भरकर लाने में व्यर्थ हो जाता है. हर घर नल से जल पहुंचने से उनका समय बचेगा और वे देश की प्रगति में अपना योगदान दे सकेंगी. स्वच्छ जल पहुंचाकर लगभग 1.36 लाख बच्चों की गंदा पानी पीने की वजह से होने वाली मौतें टाली जा सकती हैं. भूजल दोहन के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरोजनीनगर में 30 सेंटीमीटर प्रतिवर्ष जल का स्तर गिर रहा है. इस प्रकार अलग-अलग हिस्सों में एक फुट से तीन फुट के बीच लगातार जल का स्तर गिर चुका है.

लखनऊ में गिर रहा भूजल स्तर

लखनऊ में 750 सरकारी ट्यूबवेल और लगभग 550 निजी ट्यूबवेल हैं. 60 हजार घरों में सबमर्सिबल लगा है. जिसके कारण भूजल का स्तर गिर रहा है. लखनऊ में लोग 80% भूजल पर निर्भर है. 1.6 मिलियन लीटर पानी भूगर्भ से निकाला जाता है. हर घर जल योजना के माध्यम से हर घर जल पहुंचेगा तो भूजल दोहन कम होगा. लखनऊ जिसे तलाबों का शहर कहा जाता था लेकिन आज तलाब सूख रहे हैं, यह चिंता का विषय है. हमारे भविष्य के लिए भूजल दोहन को रोकना होगा.

जल निगम के अधिकारी भी थे मौजूद

कार्यक्रम में जल निगम अधिशासी अभियंता मनोज कुमार सिंह, सहायक अभियंता एमए खान, शिव शंकर चच्चू, शंकरी सिंह, रमा शंकर त्रिपाठी, गंगाराम भारती, पार्षद गीता देवी, केएन सिंह, बृजमोहन सिंह, राम नरेश रावत, अतुल शुक्ला, लवकुश रावत, संजय सिंह चौहान समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद थे.

Also Read: UP News: बरेली वाया पीलीभीत-सितारगंज हाइवे होगा फोर लेन, नैनीताल की दूरी होगी कम, जानें कब से दौड़ेंगे वाहन

Next Article

Exit mobile version