यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा से पहले किसान आंदोलन को लेकर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का एक बयान ने बीजेपी खेमे में खलबली मचा दी है. मलिक ने कहा कि पीएम मोदी किसान आंदोलन को पढ़ नहीं पा रहे हैं. सत्ता में रहने का अहंकार आ गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर में जाट सम्मेलन के दौरान मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि सरकार अभिमानी है. मैंने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि जाट और सिखों को हराया नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी किसान आंदोलन को नहीं पढ़ पा रहे हैं.
बीजेपी खेमे में खलबली- वहीं सत्यपाल मलिक के लगातार बयान से बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा के मुताबिक चुनावी साल में किसान आंदोलन पर जिस तरह से मलिक बयान दे रहे हैं, उससे बीजेपी को पश्चिमी यूपी में वोटों के सेंध लगने का डर सता रहा है. हालांकि बीजेपी के कोई भी नेता इसपर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.
मिनटों में छोड़ दूंगा गवर्नर का पद- मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि कुत्ता भी मरता है तो दिल्ली के नेताओं का शोक संदेश आता है, लेकिन 600 किसानों का शोक संदेश का प्रस्ताव लोकसभा में पास नहीं हुआ. मलिक ने घोषणा की कि किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए अगर उनका पद भी चला जाए तो उन्हें कोई मलाल नहीं होगा.