UP News : बारिश और बाढ़ के कारण गौतमबुद्ध नगर के स्कूल एक दिन के लिए बंद, कई इलाकों में आवाजाही ठप
गौतमबुद्ध नगर जिले के सेक्टर 12, सेक्टर 19, 20, 22, 37, सेक्टर 62, 63, 95, 122, पर्थला और डीएनडी लूप समेत कई इलाकों में जलभराव की खबरें आईं जिससे यात्रियों को परेशानी हुई.
लखनऊ. दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गहरी बारिश और बाढ़ के कारण जनहित की सुरक्षा को मद्देनजर गौतमबुद्ध नगर जिले के प्रशासन ने बुधवार को सभी स्कूलों को दिन भर के लिए बंद करने का आदेश दिया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को 30 जुलाई तक गौतमबुद्ध नगर में गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी की थी. दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव की खबरें आईं, जिससे यात्रियों को प्रभावित किया गया. गौतमबुद्ध नगर जिले के सेक्टर 12, सेक्टर 19, 20, 22, 37, सेक्टर 62, 63, 95, 122, पर्थला और डीएनडी लूप समेत कई इलाकों में जलभराव की खबरें आईं जिससे यात्रियों को परेशानी हुई. गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी ने सभी को चेतावनी दी कि उन्हें बारिश के कारण होने वाली संभावित अधिकतम बाढ़ और जलभराव के खतरों से सतर्क रहना चाहिए.
डीआइओएस ने निकाला छुट्टी का आदेश
जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) धर्मवीर सिंह ने बाढ़ को ध्यान में रखते हुए कहा, “भारी बारिश के कारण व्यापक जनहित और छात्रों की सुरक्षा के लिए जिले भर के सभी स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक की कक्षाएं आज (26 जुलाई) बंद रहेंगी.” जिला मजिस्ट्रेट (डीएम), मनीष वर्मा ने भी यह आदेश जारी किया है और स्कूलों के अधिकारियों को सुनिश्चित किया है कि इस आदेश का पालन किया जाए. इस बीच, नदियों में उफान के कारण हिंडन और यमुना के आसपास के बाढ़ क्षेत्रों में पानी भर गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि बुधवार दोपहर 1 बजे तक यमुना का जलस्तर 205.16 मीटर तक बढ़ने की उम्मीद है जबकि खतरे का स्तर 205.33 मीटर है. इस वृद्धि के कारण बाढ़ की स्थिति और जलभराव के खतरे का स्तर उच्च हो सकता है, जो सड़कों पर यातायात व्यवधान का कारण बन सकता है. इसके साथ ही निचले इलाकों और सड़कों पर पानी जमा होने की भी संभावना है. इस आदेश को जारी करते हुए भी आईएमडी ने लोगों को यह सलाह दी है कि वे सतर्क रहें और अपनी सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं.
देशभर के कई हिस्से बाढ़- तूफान से प्रभावित
भारत के कई हिस्सों में अचानक आने वाली बाढ़, तूफ़ान, और अन्य प्राकृतिक आपदाएं हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं. इसलिए, लोगों को सतर्क रहना और आपदा से पहले और उसके दौरान सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत होती है. सरकारों को भी इस तरह की आपदा के समय आवश्यक उपायों को तैयार करने, लोगों को अपडेट करने, और उन्हें बचाने के लिए उचित उपायों को लागू करने की ज़िम्मेदारी होती है. आपदा प्रबंधन और तैयारी में साझेदारी और समर्थन महत्वपूर्ण हैं ताकि हर स्तर पर लोगों को आपदा के समय मदद प्राप्त करने में सहायता मिल सके और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए उचित निर्देश और सुझाव दिए जा सकें. जनता को आपदा प्रबंधन और योजना में शामिल करना भी अहम है ताकि उन्हें भविष्य में होने वाली संभावित आपदाओं के लिए तैयार रहने में मदद मिल सके.
लोगों को सतर्क रहने के लिए दि जा रहे सुझाव
इस प्रकार, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भारी बारिश और तूफ़ान की वजह से गौतमबुद्ध नगर जिला में सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया. इस समय पर लोगों को सतर्क रहने, सरकारों को आपदा प्रबंधन और तैयारी में सक्रिय रहने, और आपदा से पहले और दौरान सुरक्षा के उपाय अपनाने की आवश्यकता है. जनहित की सुरक्षा को मद्देनजर आवश्यक कदम उठाने से ही आपदा प्रबंधन में सफलता संभव होगी और हम सभी आपदाएं जीत सकेंगे.