यूपी के शाहजहांपुर में शिक्षक कर रहा था गलत काम, डरी छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ा, आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के तिलहर थाना क्षेत्र में सरकारी स्कूल में 13 छात्राओं के साथ यौन शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता के साथ लेते ही 3 टीचरों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए मुख्य आरोपी कंप्यूटर टीचर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
Lucknow : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के तिलहर थाना क्षेत्र में सरकारी स्कूल में 13 छात्राओं के साथ यौन शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां यौन शोषण कोई और नहीं, बल्कि स्कूल के टीचर कर रहा था. इस मामले में महिला टीचर बच्चियों का ब्रेनवाश कर रही थी. स्कूल की टीचर ने अभिभावकों के साथ थाने पर शिकायत की तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया.
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता के साथ लेते ही 3 टीचरों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए मुख्य आरोपी कंप्यूटर टीचर मोहम्मद अली (38) को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं दूसरी ओर 13 बच्चियों को जिला अस्पताल भेजकर मेडिकल कराया है.
आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
शाहजहांपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि मुख्य आरोपी कंप्यूटर टीचर मोहम्मद अली, सहायक अध्यापिक शाजिया खान और प्रधानाचार्य अनिल कुमार के खिलाफ धारा 354 (कोई शख्स किसी महिला का शील भंग करने के इरादे से उसके खिलाफ आपराधिक बल का प्रयोग करता है) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
वहीं 352 (कोई शख्स किसी व्यक्ति के खिलाफ हमला करता है या आपराधिक बल का उपयोग करता है, उसे इस धारा के तहत तीन महीने तक की कारावास से दंडित किया जाएगा या जुर्माने के साथ जो पांच सौ रुपये तक हो सकता है, या दोनों के साथ), आईपीसी की धारा 120बी (किसी आपराधिक साजिश को रचना या किसी अपराध को बढ़ावा देना ) इसके साथ ही एससी-एसटी एक्ट और आईपीसी और POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. और बाल कल्याण समिति को भी सूचित कर दिया गया है.
छात्राओं ने अपने अभिभावको से की शिकायत
पुलिस ने बताया कि सभी बच्चे 12 से 14 साल की उम्र के हैं. आरोपी अली पिछले तीन से चार दिनों से छात्रों का शोषण कर रहा है. टीचर अली कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाता था. पुलिस ने बताया कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब 12 मई को बच्चों ने अपने अभिभावक से टीचर मोहम्मद अली की हरकतों के बार में शिकायत की.
ग्राम प्रधान ने दी आरोपियों के खिलाफ तहरीर
इसके बाद ग्राम प्रधान लालता प्रसाद ने सभी आरोपियों के खिलाफ तिलहर थाने में तहरीर दी थी. जिसमें आरोप लगाया गया था कि मोहम्मद अली लड़कियों का यौन शोषण कर रहा है और साजिया और अनिल कुमार को इसके बारे में पता था, लेकिन उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद उसी दिन छात्रों के परिजन व ग्रामीण स्कूल पहुंचे और शिक्षक की पिटाई कर दी.
प्रिंसिपल और सहायक शिक्षक निलंबित- बीएसए
वहीं शाहजहांपुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कुमार गौरव ने स्कूल के दो टीचर अनिल, शाजिया को सस्पेंड कर दिया है और मुख्य आरोपी मोहम्मद अली की सेवा समाप्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पूरे मामले की जांच समिति गठित की गई है. बीएसए ने स्कूल में जाकर जांच के बाद की कार्यवाही की है. उन्होंने बता कि प्रथम दृष्टया कंप्यूटर टीचर दोषी पाया गया है और उसकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी. कंप्यूटर टीचर राज्य शिक्षा विभाग द्वारा अनुदेशक पद पर नियुक्त है.
कंप्यूटर टीचर ने 13 का किया यौन उत्पीड़न- छात्राओं के अभिवाभाक
कई छात्राओं के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि कंप्यूटर टीचर मोहम्मद अली ने स्कूल की करीब 13 छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं विभाग ने कंप्यूटर टीचर मोहम्मद अली का अनुबंध समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसकी नियुक्ति संविदा पर अनुबंध के आधार पर हुई है.
स्कूल जाने से ड़र रहे छात्र
उन्होंने आगे कहा कि स्कूली शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद को घटना के बारे में अवगत कराया गया है. एक पीड़िता छात्रा के पिता ने कहा कि इस भयानक घटना से गुजरने वाली लड़कियां स्कूल आने से हिचक रही हैं. वे डरी हुईं हैं और उन्हें इस घटना से भारी आघात लगा है. जिससे उबरने में थोड़ा समय लगेगा. एक अन्य पीड़िता के पिता ने कहा कि इस घटना ने हमारी लड़कियों के आत्मविश्वास को चकनाचूर कर दिया है. उन्हें हमेशा लगेगा कि स्कूल भी उनके लिए सुरक्षित जगह नहीं है.
स्कूल में घटना के बाद उपस्थिति में गिरावट
वहीं सरकारी स्कूल में यौन उत्पीड़न के घटना सामने आने के बाद, बच्चों की उपस्थिति 35% से नीचे गिर गई है. इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए, बीएसए कुमार गौरव ने बताया कि 50 लड़कियों सहित 112 छात्रों में से केवल 35% छात्र सोमवार को उपस्थित थे. इस का असल कारण यह है कि उन 13 लड़कियों के साथ जो हुआ है, उसके बाद से कोई भी छात्र एवं माता-पिता, विशेष रूप से लड़कियां स्कूल आने से डर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि विभाग छात्रों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेगा. जब तक हम उनके बीच में अपने ऊपर विश्वास नहीं साबित करेंगे तब तक सुधार नहीं होगा. इसके साथ ही हमें अपने शिक्षकों को भी संवेदनशील बनाना होगा. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मंत्री बलदेव सिंह औलख ने की घटना की निंदा
वही उत्तर प्रदेश के मंत्री बलदेव सिंह औलख ने घटना की निंदा की और कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. लड़कियों के कथित यौन शोषण के बारे में पूछे जाने पर, जिनमें से अधिकांश दलित समुदाय से हैं, मंत्री ने कहा, “हम सभी जातियों और समुदायों का सम्मान करते हैं, मामला दलितों के बारे में नहीं है, बल्कि लड़कियों के बारे में है और आरोपियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए.”