लाउडस्पीकर विवाद पर शिवपाल सिंह यादव बोले, ईश्वर न तब बहरा था, न अब बहरा है
शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा, सैकड़ों सालों से देश की गंगा-जमुनी तहजीब में भजन, कीर्तन, अजान और गुरुवाणी के स्वर सहअस्तित्व के साथ गूंजते रहे हैं. लाउडस्पीकर के आविष्कार के बहुत पहले से! किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया. ईश्वर न तब बहरा था और न अब बहरा है.
UP News: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने लाउडस्पीकर विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर के अविष्कार से पहले देश में भजन, कीर्तन, अजान और गुरुवाणी होती आ रही है. ईश्वर न तब बहरा था, न अब बहरा है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस विवाद की जड़ कौन हैं?
शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा, सैकड़ों सालों से देश की गंगा-जमुनी तहजीब में भजन, कीर्तन, अजान और गुरुवाणी के स्वर सहअस्तित्व के साथ गूंजते रहे हैं लाउडस्पीकर के आविष्कार के बहुत पहले से! किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया. ईश्वर न तब बहरा था और न अब बहरा है. बुनियादी सवाल है कि अचानक शुरू हुए इस फसाद की जड़ कौन है?
सैंकड़ों सालों से देश की गंगा-जमुनी तहजीब में भजन,कीर्तन,अजान व गुरुवाणी के स्वर सहअस्तित्व के साथ गूंजते रहें हैं।
लाउडस्पीकर के आविष्कार के बहुत पहले से!
किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया।
ईश्वर न तब बहरा था और न अब बहरा है।
बुनियादी सवाल है कि अचानक शुरू हुए इस फसाद की जड़ कौन है?— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) April 29, 2022
गौरतलब है कि पूरे देश में इस समय धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर सियासत गरमाई हुई है. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में धार्मिक स्थलों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने का आदेश दिया है, जिसका अब असर भी देखने को मिलने लगा है. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सख्ती के बाद धार्मिक स्थलों पर लगे कुल 10923 अवैध लाउडस्पीकर हटवाए गए. इसके अलावा 35 हजार से अधिक लाउडस्पीकर की आवाज कम कराई गई.
इसी बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी है. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए लिखा कि धार्मिक स्थलों, खासकर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए मैं योगी सरकार को तहे दिल से बधाई देता हूं और उनका आभारी हूं. उन्होंने उद्धव पर तंज कसते हुए आगे लिखा कि दुर्भाग्य से महाराष्ट्र में योगी नहीं भोगी है.