शिवपाल यादव का अखिलेश यादव पर पलटवार, कहा वह समाजवादी पार्टी के 111 विधायक में से हैं, चाहे तो निकाल दें

शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं. एक के बाद मीडिया के दिये बयान से इसका खुलासा हो रहा है. एक ही दिन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रसपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक दूसरे के खिलाफ बयान देकर बढ़ती तल्खी पर मुहर लगायी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2022 12:40 PM

Lucknow: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के मैनपुर में दिये गय बयान के बाद शिवपाल यादव ने भी पलटवार किया है. एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने इटावा पहुंचे शिवपाल यादव ने मीडिया से कहा कि वह समाजवादी पार्टी के 111 विधायकों में से एक हैं. यदि समाजवादी पार्टी को उन्हें निकालना है तो निकाल दें. वह उचित समय आने पर कोई निर्णय लेंगे.

शिवपाल सिंह यादव बुधवार को पूर्व राज्यसभा सांसद बाबू दर्शन सिंह की धर्मपत्नी शकुंतला देवी के निधन पर शोक जताने इटावा पहुंचे थे. वहां मीडिया ने उनसे अखिलेश यादव के मैनपुरी में दिये गये बयान पर जवाब मांगा था. इस पर शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के बयान को गैरजिम्मेदार बताया था.

प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने आजम खान से जुड़े प्रकरण में एक बार फिर कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे संबंध हैं. यदि समाजवादी पार्टी अपने वरिष्ठ नेता के लिये संसद में प्रदर्शन करती तो निश्चित रूप से इस मामले को सुलझाने में मदद मिलती.

Also Read: बरेली में सपा की रोजा इफ्तार पार्टी से शहजिल इस्लाम ने बनाई दूरी, MLA के न होने से उठने लगे ये सवाल…

गौरतलब है कि समाजवादी पार्राटी के ष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर बुधवार काे मैनपुर में कहा था कि अगर हमारे चाचा को भाजपा लेना चाहती है तो देर क्यों कर रही है? भाजपा के लोग किस बात की देरी कर रहे हैं. मुझे चाचा जी से कोई नाराज़गी नहीं है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह भी कहा था कि लेकिन क्या भाजपा बता सकती है कि वे इतने खुश क्यों हैं. शिवपाल यादव को लेने में बीजेपी देर क्यों कर रही है? मैनपुर में मीडिया के माध्यम से आये इसी सवाल का जवाब शिवपाल यादव ने इटावा में दिया था.

Next Article

Exit mobile version