अयोध्या में प्रवेश द्वार पर स्थापित होंगे 25 राम स्तंभ, श्रद्धालुओं को श्रीराम नगरी पहुंचने का कराएंगे अहसास
अयोध्या में रामपथ की शोभा बढाने के लिए 25 राम स्तंभ स्थापित किए जाएंगे. यह स्तंभ श्रद्धालुओं को राममंदिर की ओर जाने में एक लैंड मार्क का भी कार्य करेंगे.
अयोध्या के विभिन्न पथों पर राम स्तंभ स्थापित किए जाएंगे, जो धर्मपथ और रामपथ की शोभा बढ़ाएंगे. यह स्तंभ श्रद्धालुओं को श्रीराम की नगरी में पहुंचने का अहसास कराएंगे, साथ ही राममंदिर की ओर जाने में एक लैंड मार्क का भी कार्य करेंगे. श्रीराम जन्मभूमि को जोड़ने वाले रामपथ के एंट्री प्वाइंट सहादतगंज में खासतौर से राम स्तंभ को सजाया जाएगा. कमिश्नर ने शनिवार को रामपथ को आकर्षक बनाने की दृष्टि से कराए जाने वाले विभिन्न कार्यों जैसे स्मार्ट स्ट्रीट लाइट के पोल, राम स्तंभ, आकर्षक प्रवेश द्वारों, भित्ति चित्रों आदि के लिए चयनित स्थलों का निरीक्षण किया.
मंडलायुक्त ने बताया कि अयोध्या में विभिन्न पथों को मिलाकर लगभग 25 राम स्तंभ स्थापित किए जाएंगे. इन स्तंभों को इस प्रकार आकर्षक ढंग से डिजाइन किया गया है कि ये भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में प्रवेश का अहसास कराएंगे. ये स्तंभ लगभग छह मीटर ऊंचे होंगे जिनकी परिधि पांच फिट की होगी. फाइबर पैनल से बनने वाले स्तंभों का सौन्दर्यीकरण स्टेलनेस स्टील से किया जाएगा. स्तंभों को आकर्षक बनाने के लिए शीर्ष पर 10 मिमी की ग्लास लाइट लगाई जाएगी. स्तंभों के शीर्ष की डिजाइन सूर्य की ऊर्जा की तरह तैयार की गई है जो एक चक्र के जैसा है.
उन्होंने बताया कि यह राम स्तंभ रामपथ के प्रवेश सहादतगंज बाईपास पर भव्य प्रवेश द्वार के साथ दोनों छोर पर स्थापित किए जाएंगे. इसके साथ ही ये राम स्तंभ धर्मपथ के प्रवेश द्वार पर और अन्य पथों पर भी स्थापित किए जाएंगे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि रामपथ पर स्ट्रीट लाइट आदि के जो खंभे स्थापित किए जाएं, वे एक सीधी रेखा में हों. निरीक्षण के दौरान संबंधित कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव 15 जनवरी से
प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव 15 जनवरी 2024 से शुरू होगा. इस महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने की कोशिशों के बाद भी यहां लाखों श्रद्धालुओं का आगमन तय है. तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय का कहना है यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था का प्रबंध किया जा रहा है जिससे भगवान के दरबार में कोई भूखा न रहे जाए. यह व्यवस्था 15 जनवरी से 15 फरवरी 2024 तक के लिए होगी. प्रबंधन से पहले श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के तत्वावधान में सीता रसोई न्यास की ओर से शनिवार से ही सीता रसोई का शुभारम्भ कर दिया गया है.
सीता रसोई में एक लाख को रोज मिलेगा भोजन
वहीं, जन्मभूमि पथ पर तीर्थ क्षेत्र की ओर से निर्मित अस्थाई कार्यालय से सटे स्थल पर शेड लगाकर यह सीता रसोई शुरू की गई है. इस सीता रसोई में रामलला के दर्शनार्थियों के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की गयी है. पहले दिन पूड़ी-सब्जी रसोई के काउंटर तक आने वाले सभी श्रद्धालुओं को परोसी गयी. इस व्यवस्था के प्रभारी व विहिप के केन्द्रीय मंत्री गोपाल राव ने बताया कि सावन मेला चल रहा है जिसमें लाखों श्रद्धालु आए हैं. उनको कोई असुविधा न हो और भरपेट भोजन उपलब्ध हो जाए, इसी दृष्टि से प्रबंध किया गया है.