लोन लेकर भूले गए सोनभद्र के सांसद पकौड़ी लाल कोल, बैंक से रिकवरी नोटिस पहुंचा घर, जानिए पूरा मामला
यूपी के सोनभद्र से सांसद पकौड़ी लाल कोल के नाम आरसी जारी हुई है. मिर्जापुर के मड़िहान इंडियन बैंक से केसीसी लोन जमा नही करने पर आरसी जारी करके तहसील भेजी गई है. सांसद के अलावा 300 अन्य लोगों के विरुद्ध आरसी जारी की गई है.
Lucknow: यूपी के सोनभद्र जिले से अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल एस के सांसद पकौड़ी लाल कोल के खिलाफ बैंक ने रिकवरी नोटिस जारी की है. सांसद महोदय ने इंडियन बैंक की मड़िहान शाखा से लोन लिया था. बैंक का लोन जमा न करने पर बैंक द्वारा कई नोटिस भेजे गए लेकिन सांसद साहब ने उसका कोई जवाब नहीं दिया. जिसके बाद बैंक की तरफ से रिकवरी के लिए लेटर भेज दिया गया. इस बारे में पूछे जाने पर सांसद पकौड़ी ने कहा कि उन्हें आरसी की जानकारी नहीं है. जो भी बैंक का बकाया होगा उसे दिखवाकर जमा किया जाएगा.
दरअसल, मिर्जापुर के मड़िहान स्थित इंडियन बैंक से जमीन बंधक रखकर कई किसान व सांसद ने बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड आदि के नाम पर ऋण लिया था लेकिन किस्त नहीं भरी थी. इसी मामले में लगभग 10 लाख के बकायेदारों की आरसी तहसील भेजी गई है. जिस पर तहसील प्रशासन ने आरसी जारी कर दिया. तहसील से आरसी जारी होते ही सोमवार को अमीन सांसद पकौड़ी लाल के घर पहुंच गया. नोटिस मिलते ही सांसद साहब ने कहा कि उनके दिवंगत पुत्र राहुल कोल द्वारा लोन लिया गया था, जिसकी जानकारी न होने की वजह से अदायगी नहीं हो सकी. उन्होंने आश्वासन दिया है कि एक हफ्ते में लोन चुका दिया जाएगा.
सांसद के अलावा बकायेदारों में संतरा देवी 15.30 लाख, ममता श्रीवास्तव 18 लाख 10 हजार, प्रवीण कुमार 20 लाख, संतोष 19 लाख, दिनेश सिंह 8 लाख 62 हजार, शमशेर बहादुर 8 लाख, बालाजी खन्तरा 7 लाख सहित 300 लोगों को बैंक ने डिफाल्टर मानकर आरसी जारी की है. आरसी जारी करके तहसील को भेजा गया है. किसानों ने अपनी जमीन बंधक रखकर बैंक से केसीसी के जरिए कर्जा लिया था. लेकिन कई बार नोटिस भेजने के बाद भी धनराशि जमा नहीं हुई. वसूली का दबाव बढ़ने पर बैंक ने आरसी जारी करके तहसील को भेज दी है.
तहसीलदार ने कहा, अमीन संग्रह करेंगे वसूली
तहसीलदार संजीव कुमार यादव ने बताया कि आरसी की वसूली के लिए संग्रह अमीन लगाए गए हैं. सभी से बकाया वसूल लिया जाएगा. बकाया नहीं देने पर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी. इंडियन बैंक के शाखा प्रबंधक राजकुमार सिंह ने बताया कि 13 सौ किसान केसीसी से ऋण लेकर लेन-देन बैंक से करते थे, जिसमें 450 खाता एनपीए हो गया है. सभी की वसूली के लिए आरसी काटकर तहसील को भेज दी गई है.