Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा मामले में सियासत बढ़ती जा रही है. गुरुवार को पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि साल 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो पीड़ित परिवारों को दो-दो करोड़ की आर्थिक मदद और नौकरी दी जाएगी. अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवारों से कहा कि अगर यूपी सरकार मदद नहीं करती है तो सपा सरकार बनने पर पूरी मदद की जाएगी.
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सपा के मुखिया अखिलेश यादव पलिया के किसान लवप्रीत और निघासन में पत्रकार रमन के परिजनों से मिलने पहुंचे थे. परिजनों को सांत्वना देते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि अजय मिश्रा के केंद्रीय मंत्री पद पर रहने तक निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है. उन्होंने योगी सरकार की भूमिका पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जब गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के परिवार वाले ही कांड कर रहे हैं तो समझ लीजिए बीजेपी सरकार कैसी है? अगर सरकार आश्रितों को नौकरी देती है तो ठीक है, नहीं तो सत्ता में आने पर समाजवादी पार्टी पीड़ितों को नौकरी देने का वादा पूरा करेगी.
इसके पहले समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव पीड़ितों से मिलने निकले. इस दौरान हंगामा भी हुआ था. दरअसल, उत्तर प्रदेश प्रशासन ने केवल पांच गाड़ियों को ही इजाजत दी थी. अखिलेश यादव के काफिले में 12 गाड़ियां थी. गाड़ियों की संख्या अधिक होने के कारण पुलिस ने काफिले को रोक दिया. जिसके बाद सपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई थी. कहासुनी के दौरान सपा कार्यकर्ता पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ पलिया जाने की मांग करने लगे थे.
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सपा नेताओं की जमकर कहासुनी के बावजूद पुलिस ने किसी को आगे जाने नहीं दिया. अंत में अखिलेश यादव अपने निजी सुरक्षा दस्ते के साथ पलिया के लिए निकले. अखिलेश यादव ने सबसे पहले किसान लवप्रीत के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की. इसके बाद वो पड़रिया तुला में कोरोना संक्रमण के शिकार हुए पार्टी कार्यकर्ता के परिजनों से भी मिले. पलिया के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्रकार रमन कश्यप के निघासन स्थित घर पर पहुंकर उनके परिवार वालों से मुलाकात की. इसके बाद वो लखीमपुर में जान गंवाने वाले धौरहरा के किसान नक्षत्र सिंह के घर जाकर उनके परिवार से मिले.
(इनपुट: उत्पल पाठक, लखनऊ)