सपा नेता आजम खां की तबीयत बिगड़ी, सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती, सर्जरी विभाग में चल रहा है इलाज
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खां की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है. उन्हें दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. आपको बता दें कि आजम खां के रात तीन बजे सर गंगा राम अस्पताल के सर्जरी विभाग में भर्ती करवाया गया है.
Lucknow : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खां की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है. उन्हें दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. आपको बता दें कि आजम खां के रात तीन बजे सर गंगा राम अस्पताल के सर्जरी विभाग में भर्ती करवाया गया है. आजम के साथ उनके परिजन भी मौजूद हैं. रविवार देर रात आजम खान के परिवार वालों ने तीन बजे उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है. आपको बता दें कि पिछले साल भी आजम खान को दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके हार्ट का ऑपरेशन हुआ था और स्टेंट डाला गया था. कोरोना काल में भी आजम की तबीयत काफी खराब हुई थी. इसके चलते लंबे समय तक लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चला था.
यूं बढ़ती गईं आजम खां की मुश्किलें
आपको बता दें कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां को हेट स्पीच मामले में तीन साल की सजा हुई थी. यह सजा रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने 27 अक्टूबर 2022 को सुनाई थी. कोर्ट ने उन पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था. 25 हजार के निजी मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी गई थी. हालांकि उसी के बाद तीन साल की सजा होने की वजह से उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई थी. उनका वोट डालने का अधिकार भी समाप्त कर दिया गया था.
इसके बाद से आजम अब न तो चुनाव लड़के सकते हैं और न ही वोट डाल सकते हैं. जिसके बाद रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें सपा की हार हुई. उधर आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम की विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई थी. एमपी एमएलए कोर्ट ने अब्दुल्ला आजम को दो साल की सजा सुनाई थी. रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अब्दुल्ला आजम को तीन साल में दो बार अपनी विधायकी से दो बार हाथ धोना पड़ा है. तीन साल पहले भी उम्र के फर्जी प्रमाणपत्र मामले में हाईकोर्ट में अब्दुल्ला की विधायकी को रद्द कर दिया था.