UP Election 2022: तो, चुनाव बाद मायावती से गठबंधन के लिए तैयार अखिलेश यादव? SP सुप्रीमो ने दिया ऐसा जवाब

अखिलेश यादव ने साफ किया कि वो हमेशा कहते रहे हैं कि आंबेडकरवादियों को समाजवादियों का साथ देना चाहिए. हमें लोकतंत्र के साथ ही संविधान की रक्षा करनी है. बिना सभी के साथ आए इसे पूरा नहीं किया जा सकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2022 2:43 PM
an image

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने चुनाव बाद गठबंधन की संभावना पर बड़ा बयान दे दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि वो चाहते हैं कि संविधान की रक्षा के लिए सारे विरोधी दल एकजुट हो जाएं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह भी खास तौर पर मौजूद रहे.

‘हमें लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करनी है’

बुलंदशहर में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हम सच्चे देशभक्त हैं. जो देशभक्त हैं, वो कैसे नफरत और हिंदू-मुस्लिम के बीच दरार पैदा कर सकता है. सपा-रालोद के बीच गठबंधन पर बसपा के असर को लेकर सवाल पूछा गया तो अखिलेश यादव ने साफ किया कि वो हमेशा कहते रहे हैं कि आंबेडकरवादियों को समाजवादियों का साथ देना चाहिए. हमें लोकतंत्र के साथ ही संविधान की रक्षा करनी है. बिना सभी के साथ आए इसे पूरा नहीं किया जा सकता है. मैंने सभी आंबेडकरवादियों से अपील की है कि वो हमारे साथ आएं, लोकतंत्र और संविधान बचाएं.

‘नोएडा में जो भी गया, उसने चुनाव भी जीता है’

नोएडा जाने से जुड़े अंधविश्वास के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि जो भी सीएम नोएडा जाता है, वो चुनाव हार जाता है. यह भी सच है कि जो नोएडा जाता है, वो चुनाव में भी जीत करता है. अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने 2011 में नोएडा से साइकिल यात्रा शुरू की थी और चुनाव में जीत भी हासिल की थी. मैं वहां फिर गया था, क्योंकि हमारी गठबंधन सरकार बनने जा रही है.

Also Read: UP Election 2022: बेरोजगारी और महंगाई नहीं दिखती, हिंदू-मुस्लिम करने में BJP सरकार बिजी- प्रियंका गांधी
बजट में आम जनता के लिए कुछ नहीं है- जयंत 

रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि युवा, किसान और मजदूर बीजेपी-रालोद गठबंधन को समर्थन दे रहे हैं. इस कारण बीजेपी हताश है. सीएम योगी जिस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वो उनके पद की गरिमा के खिलाफ है. वो हमें धमकी दे रहे हैं. शायद उन्हें जनता के मूड का पता नहीं है. आम बजट पर जयंत चौधरी ने कहा कि किसान, मध्यम वर्ग और गरीबों के लिए बजट में कुछ नहीं है. बजट में मनरेगा फंड में 34 फीसदी कटौती की गई. ऐसा लगता है बजट पीएमओ ने लिखी है.

Exit mobile version