Lucknow: यूपी में गोरखपुर से लखनऊ जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (22549) पर मंगलवार को हुए पथराव के मामले का खुलासा हो गया है. पहले माना जा रहा था कि पथराव अराजक तत्वों ने किया था. लेकिन, मामले में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के खुलासे से पुलिस भी हैरान रह गई.
इस प्रकरण में पिता और उसके दो पुत्र गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि विगत 9 जुलाई को लखनऊ से अयोध्या जाते समय वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आकर रौनाही थाना क्षेत्र के लखौरी निवासी मुन्नू पासवान की छह बकरियों की कटकर मौत हो गई थी.
इस घटना के बाद से मुन्नू बेहद आक्रोशित था. इसी वजह से जब 11 जुलाई को वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ की तरफ जा रही थी, तब उसने अपने पुत्रों अजय कुमार और विजय कुमार के साथ सोहावल और देवरा कोट के बीच ट्रेन पर पथराव किया.
इन लोगों के हमले से वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच संख्या सी 1, सी 3 और एग्जीक्यूटिव कोच के चार खिड़कियों के शीशे चटक गए. अचानक हुई इस घटना से यात्री घबरा गए और कोच के अंदर अफरातफरी मच गई. गनीमत रही कि घटना में किसी यात्री को चोट नहीं आई है.
आज दिनांक 11.07.2023 को थाना रौनाही क्षेत्रान्तर्गत वन्दे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना के संदर्भ में पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही के सम्बन्ध में #SSP_अयोध्या @NayyarRajkaran की बाइट। #ayodhyapolice #UPPolice @RailMinIndia @RPF_INDIA pic.twitter.com/tElda7yedu
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) July 11, 2023
शुरुआत में इसे अराजक तत्वों की करतूत माना जा रहा था. रेलवे सुरक्षा बल ने पथराव को लेकर कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस पड़ताल में जुट गई. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मामले का खुलासा हुआ.
हालांकि वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले बीती 26 फरवरी को मैसूर चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई थी. यह घटना कृष्णराजपुरम और बेंगलुरु छावनी रेलवे स्टेशन के बीच हुई थी.
आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में अभी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था. इसके अलावा केरल में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की गई थी. इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस के ई1 कोच पर पथराव किया गया था. यह ट्रेन दिल्ली से देहरादून जा रही थी. 18-19 जून को इस ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई थी.
वंदे भारत ट्रेन 9 जुलाई से प्रतिदिन गोरखपुर से लखनऊ के बीच चल रही है. विगत सात जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 से पूर्वोत्तर रेलवे की पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.