लखनऊ. कड़ी सुरक्षा वाली अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद मोबाइल फोन से ही ‘गुंडा टैक्स’ वसूल करता था. माफिया की हत्या के बाद कुछ फोन कॉल रिकार्डिंग और मैसेज चैट सामने आई हैं. पुलिस इनकी जांच कर रही है. चुनाव और अन्य मौकों पर वूसली के लिए उसे पर्ची व्यवस्था बना रखी थी. माफिया के लोग जिस बड़े बिल्डर और बड़े कारोबारियों को गुलाबी पर्ची देते उसको 3 से 5 लाख रुपये की रंगदारी देनी होती थी. सफेद पर्ची का रेट 5 लाख से ऊपर था. अतीक के गुर्गे बस इतनी रियायत बरतते थे कि रंगदारी देने वाले पर कैश नहीं होता तो वह बैंक एकाउंट में पैसा जमा करा सकता था. गुंडा टैक्स की यह रकम अतीक अहमद के बैंक ऑफ महाराष्ट्र में खोले गए खाते में जमा करायी जाती थी. साल 2007 में अतीक के डर से प्रयागराज छोड़कर लखनऊ बसे बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम ने अतीक के संदेश के बाद डरकर अतीक के बेटे असद को 80 लाख रुपये दे भी दिये थे.इसी पैसे का प्रयोग उमेश पाल की हत्या में किया गया था.
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अपनी मौत से पहले अतीक अहमद ने साबरमती जेल से लखनऊ के मोहम्मद मुस्लिम नाम के बिल्डर से 5 करोड़ रुपए की मांग की थी. बिल्डर को वॉट्सऐप मैसेज भेजा था. अतीक अहमद लिखता है- ‘मेरा कोई लड़का ना डॉक्टर बनेगा और ना वकील बनेगा और सिर्फ हिसाब होना है और इंशा अल्लाह बहुत जल्दी हिसाब शुरू कर दूंगा. जहां तक आपका घर है. कोई जान मारने लाइक नहीं है लेकिन मैं एक वादा कर रहा हूं आपसे अच्छे मुस्लिम और मुस्लिम का ससुर ये तीन लोग पीठ भर मार खाएंगे. मैं आपको आखिरी बार कह रहा हूं, आप मेरे बेटे से ED-ED कर रहे, ED ने अभी आपका पैसा सीज तो किया नहीं , बेहतर ये है कि हमारे बेटे उमर का जो हिसाब है और असद ने जो पैसा दिया है, वो हमें इलेक्शन में जरूरत है. हमारी आपसे कोई दुश्मनी तो नहीं..आपके घर ने अपनी किस्मत और अक्ल से कमाया लेकिन, हमारे जो पैसे हैं वो तुरंत दे दो…. इस वक्त हमारे बहुत काम आएगा… कम लफ्जों में ज्यादा समझ लो… मैं अभी मरने वाला नहीं हूं, इंशा अल्लाह एक्सरसाइज करता हूं, दौड़ता हूं, बेहतर है हमसे आकर मिल लो…अतीक अहमद… साबरमती जेल.’
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अतीक अहमद ने 5 करोड़ रुपए रुपये के लिए साबरमती जेल से लखनऊ के बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम से मांग कह थी, उससे पहले असद उसे धमका रहा था. जेल में बंद अपने बड़े भाई उमर से पेशी के दौरान मिलने को दबाव डाल रहा है. बिल्डर को घर पहुंचने की धमकी देता है. बिल्डर से मिलने आने वाले इमरान नाम के व्यक्ति को लेकर आपत्ति जताता है. असद और बिल्डर के बीच की यह कॉल रिकार्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. बिल्डर चौथे फ्लौर पर रहता है. उसके गेट का रंग काला है. मुस्लिम को उसके घर की पहचान बताकर असद अपने मंसूबे को प्रकट कर देता है.