लखनऊ में अचानक बदला मौसम का मिजाज, 40 किमी की रफ्तार से धूल भरी आंधी के बाद जमकर हुई बारिश
Lucknow Weather Update: लखनऊ में शनिवार दोपहर बाद आसमान में काले बादल छा गए और इसके बाद तेज धूल भरी आंधी चलने से मौसम पूरी तरह बदल गया. आंधी की रफ्तार से सड़क पर मौजूद लोग बेहद परेशान हो गए, उन्हें कुछ नजर नहीं आया. इसके बाद तेज बारिश होने की वजह से लोग इससे बचने के लिए जगह तलाशते नजर आए.
Lucknow Weather Update: राजधानी लखनऊ में शनिवार को धूल भरी आंधी चलने के बाद तेज बारिश हुई. आंधी की रफ्तार से कई जगह पेड़ गए और बिजली आपूर्ति बाधित हुई. हजरतगंज, गोमतीनगर, इंदिरानगर, आलमबाग सहित कई इलाकों में आंधी-बारिश होते ही बिजली गुल हो गई. हुसैनगंज के लालकुआं में मकान पर मोबाइल टावर गिर गया. काले बादलों के कारण दिन में रात का माहौल हो गया.
लखनऊ में शनिवार को दोपहर बादल धूल भरी आंधी के कारण मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गए. शनिवार सुबह की शुरुआत जहां आसमान से हुई, वहीं इसके बाद बादलों ने डेरा जमा लिया. दोपहर करीब 12 बज के बाद आसमान काला हो गया और अचानक धूल भरी आंधी चलने लगी. इस वजह से सड़क पर मौजूद लोगों का चलना मुश्किल हो गया.
लखनऊ में शनिवार दोपहर बाद आसमान में काले बादल छा गए और इसके बाद तेज धूल भरी आंधी चलने से मौसम पूरी तरह बदल गया. आंधी की रफ्तार से सड़क पर मौजूद लोग बेहद परेशान हो गए, उन्हें कुछ नजर नहीं आया.#lucknowrainthunderstorm#lucknowthunderstorm pic.twitter.com/WHOMLLwbaO
— sanjay singh (@sanjay_media) May 27, 2023
आंधी की रफ्तार से जहां कई जगह पेड़ धराशायी हो गए, वहीं सड़कों के किनारे लगी होर्डिंग फट गई. वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसके बाद हवाओं के बीच तेज बारिश होने लगी. मौसम के इस बदले अंदाज से लोगों को आंधी-बरसात से बचने के लिए इधर उधर जगह तलाशनी पड़ी. कई जगह बिजली गुल हो गई. मौसम वैज्ञानिकों ने फिलहाल इसी तरह का मौसम जारी रहने की संभावना जताई है. विक्षोभ परिवर्तन के कारण आंधी और बारिश की स्थिति बनी रहेगी. दिन के साथ रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ ने इससे पहले राजधानी सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में आंधी और बरसात को लेकर अलर्ट जारी किया. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ जून में बारिश की स्थिति बनी हुई है. हवाओं की रफ्तार 40-50 किमी प्रति घंटा हो सकती है. इस वजह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.