Swami Prasad Maurya Resigns: सपा में जाने की अटकलों को स्वामी प्रसाद मौर्य ने लगाया ब्रेक, कही ये बात…
स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीडिया से यह भी कहा कि 10 से 12 विधायकों की सूची उनके पास है. उस सूची को वे दो-तीन दिनों में सार्वजनिक करेंगे. इस बीच पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी में उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं.
Swami Prasad Maurya Resigns: कैबिनेट मिनिस्टर स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार की दोपहर यूपी विधानसभा चुनाव की राजनीति में अचानक ही हलचल पैदा कर दी. उन्होंने भाजपा से इस्तीफा देते हुए सभी को चौंका दिया. सब यही कयास लगाते रहे कि वे सपा की सदस्यता ले चुके हैं. मगर इस बीच उनका एक बयान पूरे मामले में ट्विस्ट पैदा कर गया.
प्रदेश में पिछड़ा वर्ग की राजनीति करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा भाजपा के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है. यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा दे दिया. इसके कुछ देर बाद ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का एक ट्वीअ आया. उस ट्वीट में स्वामी प्रसाद मौर्य उनके बगल में खड़े नजर आए. मीडिया में शोर हो गया कि स्वामी प्रसाद ने सपा की सदस्यता ले ली है. मगर देर शाम उनका एक बयान इस पूरे मामले को पलट गया.
हालांकि, इस बीच उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के कुछ नेता खुद को तोप समझते हैं. मैं चुनाव में उनका सारा दंभ तोड़ दूंगा. इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि 10 से 12 विधायकों की सूची उनके पास है. उस सूची को वे दो-तीन दिनों में सार्वजनिक करेंगे. इस बीच पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी में उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने यह भी कहा कि छोटे व्यापारियों के साथ किए जा गए उपेक्षात्मक व्यवहार से भी आहत हूं.
इसी के बीच मीडिया के सवालों में से जवाब देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्होंने अभी तक समाजवादी पार्टी की सदस्यता नहीं ली है. उनका यह बयान मीडिया में चल रही खबरों को अल्पविराम दे गया है. मगर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ट्वीट पूरे मामले को स्पष्ट कर गया है. यानी देर-सबेर स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में जाएंगे.
पिछले एक महीने में भाजपा को उत्तर प्रदेश में 17 बड़े नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहा है. इनमें एक कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सहित 11 विधायकों नाम भी शामिल है. दरअसल, भाजपा में चुनाव में सीट के बंटवारे को लेकर कयास लगा जा रहे हैं कि वर्तमान में 140 विधायकों को टिकट नहीं दिया जाएगा. इसी कारण इस्तीफों की झड़ी लगी हुई है.