Lucknow: स्वामी प्रसाद मौर्य पर तलवार-फरसे से हमला! पुलिस कमिश्नर से शिकायत, महंत राजू दास ने लगाए ये आरोप…
स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि यह घटना तब हुई जब वह लखनऊ के एक निजी होटल में आयोजित एक टेलीविजन शो से निकल रहे थे. हमले का हवाला देते हुए सपा नेता ने होटल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए और अपने लिए अतिरिक्त सुरक्षा मांगी.
Lucknow: अयोध्या में प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास और समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के बीच बुधवार को राजधानी के एक होटल में विवाद-हाथापाई प्रकरण में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं. मौर्य ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि महंत राजू दास, तपस्वी छावनी मंदिर के महंत परमहंस दास और उनके समर्थकों ने तलवार और फरसा लेकर लखनऊ में उन पर हमला करने की कोशिश की.
मारने के लिए कार्यक्रम में बुलाने का आरोप
स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि यह घटना तब हुई जब वह लखनऊ के एक निजी होटल में आयोजित एक टेलीविजन शो से निकल रहे थे. हमले का हवाला देते हुए सपा नेता ने होटल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए और अपने लिए अतिरिक्त सुरक्षा मांगी. उन्होंने पहले आरोप लगाया था कि एक साधु ने उनकी रामचरितमानस टिप्पणी पर उनका ‘सिर काटने’ के लिए 21 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी. सपा नेता ने आरोप लगाया कि उनको मारने के लिए घोषित इनाम के लिए ही उन्हें टेलीविजन कार्यक्रम में बुलाया गया और इसकी रणनीति बनाई गई. उन्होंने कहा कि ये सब एक सोची समझी रणनीति के तहत हुआ. लेकिन, समर्थकों के दखल के बाद मैं सकुशल घर पहुंच गया.
रामचरितमानस की चंद चौपाइयों से आपत्ति
स्वामी प्रसाद ने कहा कि चैनल के मंच पर भी उन्होंने यही कहा कि रामचरितमानस की उन चौपाइयों से आपत्ति है, जिसमें महिलाओं एवं दलितों को अपमानित करने वाली बात लिखी गई है. अन्य चौपाइयों का स्वागत करते हैं. धर्म का मकसद मानव कल्याण और मानव सम्मान है. हमारे देश में महिलाओं की पूजा होती है. ऐसे में महिलाओं, दलितों एवं पिछड़ों को नीच कहना सड़ी गली मानसिकता का परिचायक है. मानव अपमान धर्म का हिस्सा नहीं है.
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भगवा आतंकी कहने का आरोप
उधर हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास ने आरोप लगाया कि वह कार्यक्रम से लौट रहे थे. तभी स्वामी प्रसाद ने उन्हें भगवा आतंकी कहा. उनके समर्थकों ने मारपीट की. उनके खिलाफ समाज में नफरत फैलाने और समाज को बांटने की साजिश रचने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी. ये लोग दंगा फैलाना चाहते हैं. लेकिन, इसे किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा. धार्मिक पुस्तकों पर हमला करके समाज के बीच बंटवारा और अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं. इसे नहीं होने दिया जाएगा.
पुलिस कर रही जांच
एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि वीडियो फुटेज में दोनों पक्षों से नारेबाजी व एक-दो लोगों के बीच हाथापाई दिख रही है. जांच जारी है. तहरीर के आधार एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.