यूपी के सभी कृषि विश्वविद्यालयों में बनेंगे टेस्टिंग लैब, किसानों के जैविक-प्राकृतिक उत्पादों का होगा सत्यापन
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि मंडियों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो. जलभराव की स्थिति न हो. किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखते हुए कृषि फसल की सुरक्षा के अच्छे प्रबंध हों. शौचालय व पेयजल के पर्याप्त इंतजाम रखें.
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के संचालक मंडल की बैठक में शामिल हुए. सीएम योगी ने कहा कि राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद द्वारा किसानों के हित का ध्यान रखते हुए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं. मंडी शुल्क को न्यूनतम करने के बाद भी राजस्व से संग्रह में मंडियों का अच्छा योगदान है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में जहां 614 करोड़ रुपये की आय हुई. वहीं 2022-23 में 1520.95 करोड़ रुपये की आय हुई थी. वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले दो माह ने अब तक 251.61 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहीत हो चुका है. मंडी शुल्क न्यूनतम होने के बाद भी मंडियों से राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी हुई है.
टिशू कल्चर प्रयोगशाला की स्थापना करने का आदेश
सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया कि फसलों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए गुणवत्ता पूर्ण रोपण सामग्री, बागवानी फसलों के गुणवत्ता पूर्ण रोपण, रोग मुक्त बनाने के लिए आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज (अयोध्या) में टिशू कल्चर प्रयोगशाला की स्थापना की जाए. यह प्रयोगशाला कम से कम 03 हेक्टेयर के विशाल परिसर में स्थापित हो. इसके लिए धनराशि की व्यवस्था मंडी परिषद द्वारा की जाएगी. मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है. वर्तमान में 05 विश्वविद्यालयों एवं 23 महाविद्यालयों में कृषि एवं गृह विज्ञान के विद्यार्थियों को 3000 रुपये मासिक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है.
किसान मंडियों का निर्माण होगा
योजना का लाभ अधिकाधिक युवाओं को देने के लिए इसमें कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी तथा 37 अन्य महाविद्यालयों को भी इसमें शामिल किया जाए. जैविक एवं प्राकृतिक उत्पादों के आउटलेट वर्तमान में मंडल मुख्यालय पर स्थापित हैं. किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में ग्रामीण हाट पैठ और आधुनिक किसान मंडियों का निर्माण कराया है. क्षेत्रीय जरूरतों के अनुसार नए हाट पैठ और किसान मंडियों का निर्माण कराया जाना चाहिए.
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मंडियों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि मंडियों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो. जलभराव की स्थिति न हो. किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखें और कृषि फसल की सुरक्षा के अच्छे प्रबंध हों. शौचालय व पेयजल के पर्याप्त इंतजाम रखें. कृषि और खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक नीतिगत प्रयास किए जा रहे हैं. प्राकृतिक खेती को प्रोत्सहित करने के लिए भी योजनाबद्ध रीति से कार्य किया जा रहा है. किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले, उत्पाद की ब्रांडिंग हो, सही बाजार मिले, इसके लिए राजधानी लखनऊ में ‘एग्री मॉल’ स्थापित किया जा रहा है. इस संबंध में कार्रवाई तेजी से आगे बढाएं. एग्री मॉल में किसान सीधे अपने फल, सब्जियों की बिक्री कर सकेंगे.