Lucknow News: TGT और PGT के अभ्यर्थियों ने मंगलवार 28 दिसंबर को डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा से मुलाकात की. उन्होंने डिप्टी सीएम से मुलाकात करने के बाद अपनी दिक्कतों के बारे में उन्हें सूचित किया. साथ ही, टीजीटी एवं पीजीटी 2016 व 2021 में बहुत से रिक्त पड़े पदों पर जल्द भर्ती करने की बात कही.
दरअसल, टीजीटी एवं पीजीटी को लेकर प्रदेश में काउंसिलिंग के लिए बनाई गई जिलास्तरीय नीति को लेकर दुविधा चल रही है. अभ्यर्थियों का कहना है कि जिलास्तर काउंसलिंग से समस्या होगी. उनकी मांग है कि काउंसिलिंग की प्रक्रिया को प्रदेशस्तर पर सम्पन्न करवाने की नीति को लागू किया जाए. दरअसल, रिक्त पदों पर प्रतीक्षा सूची में चयनित अभ्यर्थियों का पदस्थापन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड नियमावली-1998 के नियम 13(3) के अनुसार होनी है. इसे लेकर भी अभ्यर्थियों का कहना है कि इस नियम से पदस्थापन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने इसके दुष्परिणाम गिनाते हुए डिप्टी सीएम को लिखित में दिया है कि पैनल के एक ही अभ्यर्थी को अलग-अलग जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा एक से अधिक बुलावा पत्र भेजे जाते हैं. इसमें प्रक्रिया में काफी वक्त लग जाता है. साथ ही, इस नियम के तहत एक ही अभ्यर्थी अलग-अलग जिलों में पदों पर दावेदारी करके सीट खराब कर सकता है. उन्होंने डिप्टी सीएम को बताया कि प्रतीक्षारत अभ्यर्थियों का अपने से ऊपर के अभ्यर्थियों से एनओसी लेने में जटिलता के साथ-साथ भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है.
गौरतलब है कि टीजीटी एवं पीजीटी 2016 का रिजल्ट आए करीब 20 माह से अधिक हो गया है. उसकी संसोधित सूची में दर्ज अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग पूरी हो चुकी है लेकिन उसमें जो पद रिक्त रह गए हैं. डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा से मुलाकात करने पहुंचे टीजीटी और पीजीटी के आठ हजार अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होनी है. उनका कहना है कि यदि उनकी मांग पूरी न हुई तो वे विधानभवन के सामने धरना देंगे.