बाबरी मस्जिद ढहाये जाने का फैसला सुनाये जाने से पहले त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में लिया गया अदालत परिसर
लखनऊ : अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा फैसला सुनाये जाने से पहले अदालत परिसर को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में ले लिया गया.
लखनऊ : अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा फैसला सुनाये जाने से पहले अदालत परिसर को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में ले लिया गया.
Lucknow: Security tighetened around Special CBI court. The court will pronounce its verdict today, in Babri Masjid demolition case. pic.twitter.com/ArCv47NDsB
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 30, 2020
उच्च न्यायालय के कैसरबाग स्थित पुराने परिसर में विशेष सीबीआई अदालत के आसपास ज्यादातर चौराहों पर बैरिकेडिंग की गयी और कैसरबाग बस अड्डे की तरफ जानेवाली बसों का रास्ता भी बदल दिया गया है. अदालत परिसर की ओर जानेवाली सड़कों पर भी यातायात को बेहद नियंत्रित रखा गया है.
मामले के अभियुक्तों ने बुधवार को अदालत परिसर में जब पहुंचना शुरू किया, तो मुस्तैद पुलिस कर्मियों ने उनकी समुचित जांच करने के बाद ही उन्हें दाखिल होने दिया. अभियुक्तों के समर्थकों को बैरिकेडिंग के दूसरी ओर ही रोक लिया गया.
मीडिया को भी उच्च न्यायालय परिसर में जाने की इजाजत नहीं दी गयी. आसपास की ज्यादातर दुकानें बंद रहीं. लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने भी मौके पर पहुंच कर सुरक्षा बंदोबस्त का जायजा लिया.
पुलिसकर्मी जन संबोधन प्रणाली के जरिए मीडिया कर्मियों को बैरिकेड के पीछे रहने की हिदायत देते रहे. अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में विशेष सीबीआई अदालत बुधवार को फैसला सुनाने जा रही है.
मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती समेत 32 अभियुक्त हैं.