COVID19 से जंग में शामिल हुए प्रौद्योगिकी के महारथी, मास्क, वेंटिलेटर से लेकर बस तक का किया निर्माण, …देखें तस्वीरें
कानपुर : देश में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ जंग में डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों और सफाईकर्मी के साथ-साथ 'प्रौद्योगिकी' के महारथी भी एकजुट हो गये हैं. वह तकनीक, शोध और मजबूत इच्छाशक्ति से खतरनाक वायरस को भगाने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि आईआईटी काउंसिल को गर्व है कि यह भारत में अपनी तरह की पहली पहल है. हम प्रौद्योगिकी समाधान के साथ कोविड-19 से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
कानपुर : देश में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ जंग में डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों और सफाईकर्मी के साथ-साथ ‘प्रौद्योगिकी’ के महारथी भी एकजुट हो गये हैं. वह तकनीक, शोध और मजबूत इच्छाशक्ति से खतरनाक वायरस को भगाने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि आईआईटी काउंसिल को गर्व है कि यह भारत में अपनी तरह की पहली पहल है. हम प्रौद्योगिकी समाधान के साथ कोविड-19 से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
More than 1000 IIT Alumni across IITs and across countries are busy in creating solutions to fight #Covid_19 at @iitcouncil . If you are an IITian who wants to be a part of the team , please register at https://t.co/RnI8v6UJtm @IITGuwahati @IITKanpur @iitdelhi @Varanasi_IITBHU
— IIT Alumni Council (@iitcouncil) May 9, 2020
देश की 23 आइआइटी के पुरातन छात्रों ने ‘कोविड-19 टास्क फोर्स’ बनायी है. इसमें एक हजार से अधिक सदस्य शामिल हैं. दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई (मद्रास), पंजाब, चंडीगढ़, कानपुर जैसे देश के अलग-अलग हिस्सों समेत 100 से अधिक शहरों में रह कर प्रौद्योगिकी के महारथी काम करेंगे. इनका सहयोग देश में ही नहीं, विदेश में रह रहे एल्युमिनाइ काउंसिल के 55 से 60 हजार सदस्य कर रहे हैं. आईआईटी कानपुर के निदेशक ने ट्वीट कर बताया कि केंद्रीय मंत्री डॉ आरपी निशंक ने फोन कर आईआईटी कानपुर की के बारे में जानकारी ली. साथ ही उन्होंने कोविड 19 पर आईआईटी कानपुर संकाय और छात्रों द्वारा अनुसंधान और नवाचारों की प्रगति की सराहना की. साथ ही कहा कि हमारे प्रयासों को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया. साथ ही सभी संकायों, कर्मचारियों और छात्रों को शुभकामनाएं दीं.
Also Read: बक्सर कांग्रेस विधायक की गाड़ी से पकड़ायी आठ बोतल विदेशी शराब, चार गिरफ्तारHe gave an assurance to continue to provide full support to our endeavours and conveyed his best wishes to all faculty, staff and students.
— Abhay Karandikar (@karandi65) May 12, 2020
Thank you, Sir, for taking time out of your schedule and motivating us with your words of encouragement.
आइआइटी से पास होकर निकले छात्रों की एल्युमिनाई काउंसिल बनी है. यह पुरातन छात्रों से संबंधित मामलों को देखते हैं. हर साल इसके सदस्य एल्युमिनाई मीट और अन्य अवसरों पर संस्थानों में आते हैं. कोरोना का संक्रमण बढ़ने पर परिषद ने इसकी रोकथाम के लिए तकनीकी सहयोग करने का निर्णय लिया. इसके पदाधिकारियों और सदस्यों के बीच बैठक हुई. इसमें मिलकर काम करने की रणनीति बनायी गयी. इस कार्य को और भी बेहतर बनाने के लिए अलग टास्क फोर्स गठित कर दिया गया. इसकी जिम्मेदारी आइआइटी कानपुर के पुरातन छात्र और भारत सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक ऑफिसर डॉ के विजय राघवन को मिली है. इस टास्क फोर्स में बायोटेक्नोलॉजी, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, टफिशियल इंटेलीजेंस और केमिकल इंजीनियरिंग ब्रांच से जुड़े पुराने छात्र शामिल हैं.
क्या-क्या तकनीक विकसितकोरोना संदिग्धों का सैंपल लेने के लिए खास तरह की बस बनायी.
लो कॉस्ट वेंटीलेटर का निर्माण किया
एल्गोरिथम का इस्तेमाल कर पूल टेस्टिंग आसान की
संक्रमण का पता लगाने के लिए टेस्टिंग किट विकसित कर रहे
एक्स-रे के माध्यम से ही संक्रमण पता लगाने की तैयारी
ड्रोन से सैनिटाइजेशन की तकनीक विकसित
कोरोना के जीन की तलाश
किन स्थितियों में समाप्त होता है वायरस
आइआइटी एल्युमिनाई काउंसिल की ओर से गठित टास्क फोर्स दिन और रात एक किये हुए है. इनमें एक हजार सदस्य तो सीधे तौर पर शामिल हैं, जबकि करीब 60 हजार सदस्य सहयोग कर रहे हैं.प्रो अभय करंदीकर, निदेशक आइआइटी सह काउंसिल में डायरेक्टर्स ग्रुप के अध्यक्ष
Congratulations to the IIT Alumni Council team .@iitcouncil (a collective effort of all IIT alumni) for the launch of India’s first C19 Test Bus as its first initiative to combat #Covid19.#IndiaFightsCOVID19 .@kvijayraghavan .@paniitindia .@paniit_usa pic.twitter.com/RmkHKg3wBY
— Abhay Karandikar (@karandi65) May 5, 2020