यूपी के स्कूलों का सोमवार से बदला समय, टीचर के अर्न लीव पर हाईकोर्ट ने दिया यह आदेश

बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने आदेश जारी कर कहा है कि 12 फरवरी से परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालय पूर्व में तय किए गए समय पर संचालित किए जाएंगे.

By Sandeep kumar | February 11, 2024 9:27 AM

प्रदेश के परिषदीय और मान्यता प्राप्त आठवीं तक के विद्यालय सोमवार से सुबह 9.00 बजे से खुलेंगे. शासन ने मौसम खुलने के साथ ही स्कूल का पूर्व निर्धारित समय पर करने का निर्णय लिया है. प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड को देखते हुए 23 जनवरी से परिषदीय विद्यालयों का समय सुबह दस बजे से दोपहर तीन बजे कर दिया गया था. बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने आदेश जारी कर कहा है कि 12 फरवरी से परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालय पूर्व में तय किए गए समय (सुबह 9.00 से दोपहर 3.00 बजे तक) संचालित किए जाएंगे. बता दें कि प्रदेश में शीतलहर के चलते पहले तो कक्षा एक से आठ तक के स्कूल बंद कर दिए गये थे बाद में जब ये स्कूल खोले गए तो उनका समय सुबह 10.00 बजे से लेकर 3.00 बजे तक रखा गया. बीते दो-तीन दिनों से प्रदेश में मौसम बेहतर हुआ है. सुबह समय से धूप निकल रही है. इसी के चलते स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है. हालांकि मौसम विभाग ने 12 से 15 फरवरी के आसपास फिर से बारिश होने की संभावना जताई है. उधर, इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के अर्जित अवकाश पर तीन महीने में निर्णय लेने का आदेश दिया है.

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शिक्षकों की छुट्टी पर निर्णय लें हाईकोर्ट

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को शिक्षकों को अर्न लीव (अर्जित अवकाश) संबंधी प्रत्यावेदन पर 3 महीने में निर्णय लेने का आदेश दिया है. यह आदेश लखनऊ खण्डपीठ के न्यायमूर्ति नीरज तिवारी ने याची उपेन्द्र मणि मिश्र और 5 अन्य की याचिका पर अधिवक्ता अमित मिश्रा को सुनकर दिया है. बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक काफी समय से अर्जित अवकाश की मांग कर रहे थे. याचियों के अधिवक्ता अमित मिश्रा ने बताया कि कोर्ट ने आदेश दिया है कि याचियों द्वारा दिए गए 29 अप्रैल 2023 के प्रत्यावेदन पर तीन महीने में विधि सम्मत निर्णय लिया जाए.

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स्कूलों में बढ़े 40 लाख विद्यार्थी- सीएम योगी

सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को यूपी विधानपरिषद में शिक्षा व्यवस्था के बारे में कहा कि प्रदेश में शिक्षा में समानता लाने के व्यापक प्रयास हुए हैं, जो सामाजिक असमानता को दूर करने में सहायक होगा. प्रश्नकाल के दौरान डॉ आकाश अग्रवाल के सवाल पर मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले सात साल में यूपी में शिक्षा के स्तर को सुधारने का प्रयास सर्वविदित है. बेसिक शिक्षा परिषद में 1,32,000 विद्यालयों में कायाकल्प अभियान के अंतर्गत इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने का प्रयास हुआ है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 40 लाख से अधिक नये बच्चों ने प्रवेश लिया है. सीएम योगी ने कहा कि सभी बच्चों को बैग, बुक, जूता, मोजा, स्वेटर प्रदान किया जा रहा है. यही नहीं फेज वाइज एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को यूपी बोर्ड में भी लागू करने का प्रयास हो रहा है. आज जब बेसिक शिक्षा परिषद वही पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है तो आवश्यक नहीं कि हम प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को भेजें. मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रैल और जुलाई में स्कूल चलो अभियान चलाया जाता है. प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में 40 लाख नए बच्चों की वृद्धि ये दिखाती है कि सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों का परिणाम सामने आ रहा है और आरटीई का उद्देश्य पूरा हो रहा है. वहीं एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार प्रत्येक छात्र के अभिभावक के बैंक खाते में बैग, बुक, जूता, मोजा, स्वेटर के लिए 1200 रुपए प्रदान कर रही है.

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