भाजपा को हराने के लिए अखिलेश यादव ने सपा कार्यकर्ताओं को दिया बदलाव का ‘बूस्टर डोज, जातीय जनगणना रहेगा मुद्दा
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश की राजनीतिक स्थिति, पार्टी संगठन तथा चुनावी रणनीति पर चर्चा की गई.
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय (19 विक्रमादित्य मार्ग) में कार्यकर्ताओं के साथ महामंथन किया. उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में सभी को 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए पूरी तैयारी के साथ अभी से जुट जाने का आह्वान किया.अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय के लिए लम्बे समय से संघर्षशील रही है. इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए जातीय जनगणना बहुत जरूरी है. इस जनगणना से ही सबको हक और सम्मान मिलेगा. भाजपा जातीय जनगणना की विरोधी है. भाजपा समाज में नफरत फैलाने और भेदभाव करने की राजनीति करती है. अब इसे समाजवादी ही रोकने का काम करेंगे. पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि- यह चुनाव आगे आने वाली पीढ़ी के भविष्य को भी तय करेगा. देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने का यह अंतिम चुनाव होगा. समाजवादी पीडीए भाजपा के एनडीए को सत्ता से हटाएगा. भाजपा इस चुनाव में समाजवादी पीडीए के सामने कहीं टिक नहीं सकेगी. भाजपा समाजवादी पार्टी के विकास कार्यों और पार्टी के बहादुर और कर्मठ कार्यकर्ताओं के मुकाबले कहीं नहीं टिक पाएगी. भाजपा सरकार शासन प्रशासन का दुरुपयोग कर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश करेगी. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता इसकी निगरानी में लग जाएं. 2024 के चुनाव में भाजपा का सत्ता से जाना तय है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के पास गिनाने या दिखाने को अपना कोई काम नहीं है. भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण बिजली की बदहाली है. भाजपा सरकार ने एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया. जनता को बिजली के बढ़े हुए बिल थमा कर भाजपा सरकार उनका शोषण करती रही है. शिक्षा-स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था चौपट है. भाजपा ने किसानों और नौजवानों की उपेक्षा की है. विकास अवरुद्ध है. महंगाई, बेरोजगारी बेलगाम है. भाजपा राज में हर स्तर पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है. 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सत्ता का दुरूपयोग कर समाजवादी पार्टी को हराने का काम किया था. 3 लाख 50 हजार मतों के अन्तर से भाजपा ने समाजवादी पार्टी को सत्ता में नहीं आने दिया.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अभी भी समाजवादी पार्टी के मतदाताओं के वोट काटने की साजिश में लगी है. समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर तक इसलिए निगरानी रखनी है. और पार्टी संगठन को मजबूत बनाना है. 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट से भाजपा को सत्ता से हटाएगी.बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने की. राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो रामगोपाल यादव एवं महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भी सम्बोधित किया. राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी भी इस अवसर पर मौजूद रहे.पार्टी के युवा नेता रवि भूषण यादव के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.