लखनऊ. माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को दादा- दादी की कब्र के पास ही दफनाया जायेगा. उसके अंतिम संस्कार के लिए प्रयागराज की कसारी मसारी स्थित कब्रिस्तान में कब्र तैयार की गयी है. असद का शव शुक्रवार की देर शाम तक प्रयागराज पहुंच सकता है. इसी कब्रिस्तान में असद के साथ मारे गए मोहम्मद गुलाम की कब्र तैयार की गई है. अतीक के बेटे के जनाजा के दौरान किसी भी तरह की कानून व्यवस्था की दिक्कत न हो इसके लिए प्रयागराज पुलिस ने विशेष इंतजाम किये हैं. धूमनगंज और कसारी मसारी इलाके चौकसी बढ़ा दी गयी है.
अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के जनाजे में शामिल नहीं हो सकेगा. अतीक का छोटा भाई पूर्व विधायक अशरफ भी अपने उस भतीजे के जनाजा में शामिल नहीं हो सकेंगे जिसको उसने हथियार चलाना सिखाया था. अतीक अहमद और अशरफ इस समय प्रयागराज पुलिस की कस्टडी में है. पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ कर रही है. सूत्रों के अनुसार पुलिस धूमनगंज थाना में उनसे पूछताछ कर रही है. जहां पर असद को दफनाया जाएगा वह कसारी मसारी कब्रिस्तान थाने से करीब 15 मिनट की दूरी पर स्थित है.
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन बेटे असद को आखिरी बार देखने के लिए सरेंडर कर सकती है, ऐसी संभावना जतायी जा रही हैं. शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) बेटे का जनाजा उठने से पहले वहां पहुंचे और फिर सरेंडर कर दे. इस कयास को इस बात से बल मिल रहा है कि गुरुवार को प्रयागराज कोर्ट में एक बुर्का पहने महिला महिला नजर आई थी. यह महिला सीजेएम कोर्ट में पेश होने आए अतीक अहमद और अशरफ को कोर्ट की बालकनी से उस वक्त तक देखती रही जब तक वह दिखायी दिए.सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीर वायरल भी गयी है. पुलिस को शक है कि बुर्के में ये महिला अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन है.
झांसी में भी दो कब्र खुदवाई गयी हैं. प्रशासन ने ऐसा वैकल्पिक स्थिति को ध्यान में रखकर किया हे. असद अथवा गुलाम का शव लेने के लिए यदि कोई आता नहीं है तो अंतिम संस्कार झांसी में ही कर दिया जाएगा. मोहम्मद गुलाम की मां पहले ही कह चुकी हैं कि उनका बेटा अतीक के लिए काम करता था. वही उसका शव नहीं लेंगी. असद के परिवार के लगभग सभी सदस्य भी शव नहीं ले पायेंगे. पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ आदि जेल में है. मां शाइस्ता परवीन सहित अन्य कई करीबी फरार हैं.