Uniform Civil Code: समान नागरिक संहिता को लेकर उठ रही आशंकाओं के बीच उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने रविवार को यूनिफॉर्म सिविल कोड को विकास से जोड़ते हुए कहा कि यूसीसी किसी धर्म या जाति को निशाना बनाने के लिए नहीं है.
दानिश अंसारी ने बातचीत में समान नागरिक संहिता की जमकर पैरोकारी की और कहा कि मोदी सरकार पर मुसलमानों को पूरा भरोसा है और मुस्लिम समाज को गुमराह कर अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने वाले चंद लोगों के दिन अब खत्म हो गए हैं. यूपी की बीजेपी सरकार के इकलौते मुस्लिम मंत्री अंसारी ने यूसीसी को लेकर खासकर मुस्लिम समाज में व्याप्त आशंकाओं के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, ‘समान नागरिक संहिता किसी धर्म या जाति को निशाना बनाने के लिए नहीं है. यह सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के हमारे नारे को चरितार्थ करने वाली है.’
योगी सरकार के मंत्री ने यूसीसी पर आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और अन्य मुस्लिम संगठनों के विरोध को लेकर कहा, ‘हमारी जवाबदेही मुस्लिम समाज के प्रति है, किसी संगठन के प्रति नहीं.’ गौरतलब है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की पिछले दिनों हुई एक बैठक में यूसीसी का पुरजोर विरोध करने का फैसला किया गया था. बोर्ड का मानना है कि भारत जैसे बहुसांस्कृतिक और विभिन्न धर्मों वाले देश में यूसीसी लागू करना यहां के लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है.
मंत्री अंसारी ने समान नागरिक संहिता को विकास से जोड़ते हुए कहा है कि मुस्लिम समाज ने खुद आगे आकर अपने विकास की बात को सोचना और समझना शुरू कर दिया है. समान नागरिक संहिता पर विपक्षी दलों के रवैये की आलोचना करते हुए अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने हमेशा समाज को गुमराह रखने का काम किया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष समान नागरिक संहिता के मसले पर भी अपने उसी एजेंडे पर चल रहा है.
अंसारी ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश की जनता एवं मुस्लिम समाज के प्रति जवाबदेह है. उन्होंने मोदी सरकार को मुस्लिम समाज का हितैषी करार देते हुए कहा कि सरकार ने मुस्लिम समाज की जरूरतों को हमेशा समझा है और उनकी तरक्की के लिए ईमानदारी से काम किया है.