Union Budget 2022: अखिलेश यादव बोले बजट निराशाजनक, किसानों-नौजवानों, व्यापारियों की उम्मीदों पर पानी फिरा

भाजपा सरकार का यह बजट सिर्फ विधानसभा के चुनाव के लिए है. यह पूर्णतया जनविरोधी, मध्यम वर्ग विरोधी और गरीब -किसानों के हितों के विरुद्ध है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2022 8:23 PM

Union Budget 2022: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक करार दिया है. उन्होंने मंगलवार का जारी बयान में कहा कि जन सामान्य और विशेष कर किसानों-नौजवानों, व्यापारी वर्ग को बजट से जो उम्मीदें थी, उन पर पानी फिर गया है. गरीब मध्यम वर्ग परेशान है. भाजपा को उनकी कोई चिंता नहीं है.

लोगों की जेब काटने का बजट

अखिलेश यादव ने कहा कि काम कारोबार सब चौपट हो गया है. ऐतिहासिक मंदी, लाखों की नौकरी खा गई. आम जनता की आमदनी घट गई. बेकारी-बीमारी में बैंकों में जमा सारी बचत निकल गई. अब लोगों की जेब काटने के लिए भाजपा का एक और बजट आ गया है. इसी के साथ उत्तर प्रदेश से भाजपा के दुःखदायी युग का अंत शुरू हो रहा है.

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सपने दिखाकर जनता को धोखे में रख रही बीजेपी

सपा प्रमुख ने कहा कि जनता महंगाई से परेशान है. लेकिन इस बजट में राहत नहीं मिली है. बहुत उम्मीद थी कि इनकम टैक्स में छूट मिलेगी, स्लैब में बदलाव होगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. केंद्र की भाजपा सरकार को चिंता सिर्फ बड़े पूंजी घरानों की रहती है, उसकी सारी नीतियां उसके हित की ही बनती हैं. भाजपा सरकार अभी भी सपने दिखाकर जनता को धोखे में रख रही है.

निराशाजनक, दिशाहीन और महंगाई बढ़ाने वाला बजट

किसानों को बजट में गुमराह करने की कोशिश की गई है. एमएसपी को कानूनी रूप देने की बात क्यों नहीं की गई. रेलवे में नौकरियां कम होती जा रही हैं. ऐसे दावे-वादे किए जा रहे हैं, जिन्हें पूरा नहीं किया जा सकता है. भाजपा सरकार का यह बजट सिर्फ विधानसभा के चुनाव के लिए है. यह पूर्णतया जनविरोधी, मध्यम वर्ग विरोधी और गरीब -किसानों के हितों के विरुद्ध है. नौजवानों को पूरी तरह अंधेरे में रखा गया है. उनकी पूरी तरह उपेक्षा हुई है. यह बजट पूरी तरह निराशाजनक, दिशाहीन और महंगाई बढ़ाने वाला है.

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