UP Weather AQI Today: यूपी की हवा दिल्ली से ज्यादा खतरनाक, दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में UP के 14 शहर शामिल
UP Weather AQI Today: यूपी की हवा देश की राजधानी से ज्यादा जहरीली हो गई है. दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में यूपी के एक दर्जन से अधिक शहर शामिल हैं. गाजियाबाद दुनिया के टॉप 100 में चौथे स्थान पर है. गुरुवार सुबह गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 436 था, जो नई-दिल्ली के AQI के अपेक्षा काफी अधिक है.
UP Weather AQI Today: देश की राजधानी दिल्ली से ज्यादा जहरीली यूपी की हवा हो गई है. दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में यूपी के एक दर्जन से अधिक शहर शामिल हैं. गाजियाबाद दुनिया के टॉप 100 में चौथे स्थान पर है. गुरुवार सुबह गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 436 था, जो नई दिल्ली के AQI 406 की अपेक्षा काफी अधिक है. यूपी के मेरठ का भी AQI 406 है, यह दुनिया के प्रदूषित शहरों में 7वें स्थान पर है. नोएडा का AQI 360 है, यह 12 वें स्थान पर है. 13वें स्थान पर हापुड़ का AQI 359 है. 59वें स्थान पर मुजफ्फरनगर का AQI 320 है. यूपी की राजधानी लखनऊ का AQI भी खतरनाक स्थिति में आने लगा लगा है. यहां का AQI 312 पर आ गया. फैजाबाद का AQI 293 है, यह 80वें स्थान पर है. 90वें स्थान पर कानपुर का AQI 281 है. 92वें स्थान पर फतेहपुर का AQI 280 है. 95वें स्थान पर कैराना का AQI 279 है. 98वें स्थान पर इटावा का AQI 277 है.
इसके साथ ही बरेली की आबोहवा में करीब एक महीने से सुधार नहीं हो रहा है. यहां की टूटी सड़कों और कुतुबखाना ओवर ब्रिज के निर्माण से उड़ने वाली धूल, वाहनों के धुएं से हवा दमघोटू हो चुकी है. बुधवार आधी रात बरेली का AQI 295 तक आ गया था. लेकिन, गुरुवार सुबह AQI 170 है. यह भी चिंताजनक स्थिति में है. इसके साथ ही शहर के राजेंद्र नगर की हवा का AQI 227 पर है, जो बेहद गंभीर है. बदायूं रोड, सुभाषनगर और मढ़ीनाथ का AQI 147 है, जबकि सिविल लाइंस का AQI 136 है. यहां का पीएम 2.5 बढ़कर 74 पर आ गया है. राजेंद्र नगर का पीएम 2.5 सुबह में 98 और सिविल लाइंस का 55 है. शहर में बढ़ते AQI के कारण ही लोगों में सांस की बीमारियां बढ़ रही हैं. अस्पतालों की ओपीडी मरीजों से फुल हैं.
जानें सेहत के लिए कितना AQI सही
इंसान की सेहत के लिए 0 से 50 AQI सबसे बेहतर है. 51-100 AQI भी ठीक माना जाता है, लेकिन संवेदनशील लोगों को सांस लेने में हल्की दिक्कत शुरू हो जाती है. 101 AQI ठीक नहीं है. 101 से 200 AQI से फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत होती है. हवा में ऑक्सीजन होती है. इसकी हवा में 19.5 मात्रा होनी चाहिए. इससे कम ऑक्सीजन इंसान की सेहत के लिए नुकसानदेह है. सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है.
प्रदूषण से हर साल 70 लाख लोगों की मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक पूरे विश्व में वायु प्रदूषण से हर वर्ष लगभग सात मिलियन यानी 70 लाख लोगों की मौत होतीं हैं. यह आंकड़ा काफी चौकाने वाला है. इसके साथ ही वातावरण में बढ़ रहा वायु प्रदूषण व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए काफी समस्या पैदा कर सकता है और इससे रेसपिरेटरी, न्यूरोबिहेवियरल, कार्डियोवैस्कुलर और इम्यून सिस्टम से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं.
विटामिन युक्त आहार लें भरपूर
प्रदूषण से बचने के लिए विटामिन से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए. यह वायु प्रदूषण के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है. क्योंकि विटामिन आपके शरीर की सुरक्षा प्रणाली को मजबूती देते हैं और आपको बीमारियों से बचाते हैं. विटामिन C, विटामिन E, और विटामिन A वायु प्रदूषण के कारण होने वाली क्षति को कम करने में मदद करते हैं. इसके लिए आप अंगूर, संतरा, नीबू, गाजर, ब्रोकली, अखरोट, और मूली जैसे फलों और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं. इसके साथ ही बाहर के खाने से बचने की जरूरत है. वायु प्रदूषण से बचने को एयर प्यूरीफायर का उपयोग करना एक बेहतर विकल्प है. अपने घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने से घर की हवा को शुद्ध करने के साथ ही घर में वायु प्रदूषण को कम कर सकते हैं.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली