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UP News: इटावा लॉयन सफारी में एक और शेर की मौत, अब तक 24 ने गंवाई जान, अखिलेश यादव बोले- दंडात्मक कारवाई हो

इटावा लॉयन सफारी में 2014 से लेकर अब तक 13 शावकों समेत 23 शेर शेरनी दम तोड़ चुके हैं. ये इस प्रजाति की 24वीं मौत है. इटावा सफारी प्रशासन के मुताबिक 15 अप्रैल 2020 को इटावा सफारी पार्क में केसरी का जन्म हुआ था. वह बब्बर शेर प्रजनन केंद्र में पिता मनन और मां जेनिफर की संतान था.

उत्तर प्रदेश में इटावा लॉयन सफारी में एक और शेर ने लंबी बीमारी के बाद दम तोड़ दिया. ये लॉयन सफारी शेरों की मौत के कारण अक्सर सुर्खियों में रहा है. यहां अब तक 24 वन्य जीवों की मौत हो चुकी है. ताजा प्रकरण में इटावा सफारी पार्क में शेर केसरी की शनिवार देर शाम मौत हो गई. वह पिछले कई महीनों से बीमार चल रहा था. चिकित्सक उसकी जान बचाने के लिए काफी कोशिशों में जुटे थे. लेकिन, उसे बचाया नहीं जा सका. केसरी का जन्म इटावा सफारी में ही हुआ था. इस वजह से यहां का स्टॉफ उसे काफी पसंद करता था. अब उसकी मौत से इटावा लॉयन सफारी प्रशासन बेहद गमगीन है. इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि इटावा लॉयन सफारी में चार महीने में 14 वन्य जीवों की मौत की असली वजह प्रशासन की लापरवाही और प्रबंधन की संवेदनहीनता है. पर्यावरण-चक्र में हर जीव का अपना महत्व होता है. सपा, भाजपा सरकार से मांग करती है कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त-से-सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

उत्तर प्रदेश के इटावा लॉयन सफारी में 2014 से लेकर अब तक 13 शावकों समेत 23 शेर शेरनी दम तोड़ चुके हैं. ये इस प्रजाति की 24वीं मौत है. इटावा सफारी प्रशासन के मुताबिक 15 अप्रैल 2020 को इटावा सफारी पार्क में केसरी का जन्म हुआ था. वह बब्बर शेर प्रजनन केंद्र में पिता मनन और मां जेनिफर की संतान था. केसरी की तबीयत 25 अप्रैल से खराब चल रही थी. इसके बाद से ही उसका इलाज शुरू हो गया था.

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उसकी पूंछ में घाव हो गया था, जिसके इलाज में पशु चिकित्सकों और अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह पर सफारी पार्क की चिकित्सा एवं प्रशासनिक टीम लगातार जुटी रही. टीम ने केसरी की सर्जरी भी की. इसे बाद उसके पिछले पैर में ड्रैगिंग की समसया देखी गई. इलाज के दौरान शनिवार को बब्बर शेर केसरी की मौत हो गई. इटावा सफारी पार्क के निदेशक प्रभावी निदेशक अतुलकांत शुक्ला ने बताया कि बब्बर शेर केसरी का शव पोस्टमार्टम और अन्य जरूरी जांचों के लिए भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली भेजा गया है.

इससे पहले इसी महीने इटावा सफारी पार्क में शेरनी जेनिफर की हार्ट फेल से मौत हो गई. वह भी कई दिनों से बीमार चल रही थी. शेरनी जेनिफर को वर्ष 2019 में लाया गया था. उसने यहां पर दो बच्चों को भी जन्म दिया . कोरोना काल में उसे संक्रमण हुआ था. इसके बाद उसे ठीक कर दिया गया था, उसकी किडनी में इंफेक्शन भी हुआ था. एक बार उसकी डायलिसिस भी की गई थी.

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