प्रयागराज : यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 का परिणाम जून के अंत तक आ जायेगा. बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों में से 67 जिलों में उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा हो चुका है. एक जून तक शेष मूल्यांकन कार्य पूरा हो जायेगा. इसके बाद महीने के अंत तक परिणाम जारी कर दिया जायेगा.प्रदेश में अब तक 99.06 फीसदी कॉपियों का मूल्यांकन पूरा हो गया है. सचिव के अनुसार आठ जिलों में कुछ कॉपियों का ही मूल्यांकन शेष है.
बताया कि जिन जिलों में मूल्यांकन शेष है, उनमें ऑरेंज जोन में बस्ती तथा रेड जोन में आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, अलीगढ़, मेरठ, बरेली एवं वाराणसी शामिल हैं. मूल्यांकन के लिए प्रदेश में बनाये गये 281 केंद्रों में से अब मात्र 13 केंद्रों पर ही कॉपियां जांचीं जा रही हैं. सचिव ने स्पष्ट किया कि एक जून तक शेष 0.04 फीसदी कॉपियों का मूल्यांकन पूरा करके बोर्ड पूरी तरह से रिजल्ट की तैयारी में लग जायेगा.
इसके बाद यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं का परिणाम जून के अंत तक घोषित कर दिया जायेगा. यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव को मिला तीन महीने का विस्तार भी 30 जून को पूरा हो रहा है.281 में से 268 मूल्यांकन केंद्रों में मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है. 13 मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य अभी चल रहा है. शेष मूल्यांकन एक-दो दिन में पूर्ण हो जाने की संभावना है.
प्रतिबंधों के साथ आठ जून से खुलेगा इलाहाबाद हाइकोर्टप्रयागराजवकीलों की बहु प्रतीक्षित मांग के मद्देनजर इलाहाबाद हाइकोर्ट को आठ जून से खोलने की तैयारी है. इसके तहत खुली अदालत में सुनवाई शुरू होगी. अभी तक कोविड 19 एवं लॉक डाउन के कारण अदालतों में सुनवाई नहीं हो रही थी. इस कार्य के लिए न्यायमूर्तियों एवं स्टाफ की न्यूनतम संख्या के साथ विशेष पीठ बैठेगी.
इलाहाबाद प्रधान पीठ व लखनऊ पीठ में कार्य शुरू होगा. तीन जून से मैनुअल दाखिले शुरू होंगे. कार्य दिवस में याचिकाएं दाखिल की जा सकेंगी.यह व्यवस्था इलाहाबाद हाइकोर्ट की प्रधान पीठ एवं लखनऊ खंडपीठ दोनों में लागू की जा रही है. निबंधक शिष्टाचार आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि स्टैंप रिपोर्टिंग सेक्शन में दाखिला होगा, जिसके लिए एक अलग से स्थान निश्चित किया गया है.
इ-मोड से पुराने मुकदमों में अर्जेंसी अर्जियां स्वीकार की जायेंगी. यदि याचिका में डिफेक्ट रह गया है तो भी रिपोर्टिंग सेक्शन में फाइल नहीं रखी जायेगी. उसे भी सीधे कोर्ट में भेज दिया जायेगा. प्रत्येक अनुभाग से सभी फाइलों को सैनिटाइज कर के ही कोर्ट में भेजा जायेगा. वकीलों के लिए परिसर में प्रवेश के अलग से गेट निर्धारित होगा. वकीलों का प्रवेश इ-पास के जरिये होगा.