UP Board Result 2023: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित होने के बाद मेधावी छात्र-छात्राओं को लोग लगातार बधाई दे रहे हैं. मेरिट लिस्ट में आने वाले परीक्षार्थी भी अपनी मेहनत सफल होने पर बेहद खुश हैं.
यूपी बोर्ड के उत्तीर्ण प्रतिशत पर नजर डालें तो लखनऊ जनपद का औसत प्रदेश से बेहतर रहा है. प्रदेश में इस बार हाई स्कूल की परीक्षा में 89.78 फ़ीसदी परीक्षार्थी पास हुए, जबकि लखनऊ में इनका प्रतिशत 92.5 फीसदी है. इसी तरह इंटरमीडिएट में यूपी में 75.52 प्रतिशम परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए. वहीं लखनऊ का औसत में 76.5 फ़ीसदी रहा. इस बार यूपी की टॉप टेन की लिस्ट में लखनऊ के कुल छह छात्र-छात्राओं ने जगह बनाई है. इनमें हाई स्कूल में एक और इंटरमीडिएट के 5 छात्र-छात्राएं शामिल हैं.
यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में लखनऊ जनपद में टॉपर मो. शहान अंसारी बाल निकुंज इंटर कॉलेज के छात्र हैं. शहसन के पिता शौकत हुसैन अंसारी की वर्ष 2016 में मौत हो चुकी है. तब वह तीन साल का था. ऐसी कठिन परिस्थिति में उसकी मां सदरुन्निशां ने घर की बागडोर संभाली. मो. शहान अंसारी ने 96.83 फीसदी नंबर लाकर प्रदेश में आठवां स्थान हासिल किया है. शहान की उपलब्धि पर उसकी मां बेहद भावुक हैं. मां के साथ ही भाई रियाजुल ने उसे पढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित किया. शहान के मुताबिक वह नोट्स बनाकर पढ़ता था तथा एक दिन में बहुत ज्यादा पढ़ने के बजाय हर दिन नियमित रूप से पढ़ाई करता था. शहान आगे चलकर आईएएस अफसर बनना चाहता है
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यूपी बोर्ड के 12वीं के रिजल्ट की बात करें तो लखनऊ में ब्राइट कैरियर इंटर कॉलेज की छात्रा शबाना बानो ने 96.40 प्रतिशत अंकों के साथ जनपद में पहली रैंक हासिल की है. शबाना के मुताबिक नियमित कक्षाओं को करने के साथ ही खुद के बनाएं नोट्स और टीचरों के बताए टॉपिक पढ़ने से भी मदद मिली. परीक्षा के दिनों में घरवालों ने मानसिक तौर पर बहुत मजबूत किया. पिता अब्दुल शकूर ठेकेदार हैं मां जमीला बानो गृहिणी हैं. भविष्य में नीट की परीक्षा में पास होकर एमबीबीए में दाखिला लेकर डॉक्टर बनने का ख्वाब है.
इंटरमीडिएट में प्रदेश की मेरिट में नौवां और राजधानी में दूसरी रैंक हासिल करने वाले सैयद उजैर अहमद भी रिजल्ट के बाद बेहद खुश हैं. सेंट मेरी इंटर कॉलेज अंबरगंज के छात्र सैयद उजैर अहमद ने 96.20 फीसदी नंबर हासिल किए हैं. उजैर के पिता की मौत सड़क दुघर्टना में वर्ष 2015 में हो गई थी. इसके बाद उनकी मां ने निजी स्कूल में टीचिंग करके घर का खर्च चलाया. उजैर अपनी सफलत का श्रेय अपनी मां सल्तनत रहमान के साथ ही अपने छोटे भाई और शिक्षकों देते हैं. उजैर आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने नीट की तैयारी शुरू कर दी है.
प्रदेश में 12वीं में आठवीं और लखनऊ में तीसरी रैंक लाने वाले अक्षत जैन ने 96 फीसदी अंक हासिल किए हैं. अक्षत देश भारती इंटर कॉलेज के छात्र हैं. अक्षत के मुताबिक एक दिन की पढ़ाई से परीक्षा पास भले ही कर लें. लेकिन, अच्छे नंबर के लिए नियमित रूप से ही पढ़ना होता है. इसलिए मैंने पूरे साल नियमित रूप से पढ़ाई की. साल भर के दौरान बनाए गए नोट्स अंतिम समय रिवीजन करने के काम आते हैं. मैं आगे चलकर सिविल सेवा में जाना चाहता हूं. इसके लिए मैंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
प्रदेश में आठवीं और लखनऊ में तीसरी रैंक लाने वाली गुनगुन साहू ने 96 फीसदी अंक हासिल किए हैं. वह देश भारती इंटर कॉलेज की छात्रा है. गुनगुन ने मेरिट लिस्ट में जगह बनाने के बाद कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है. सफलता के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होती है. मैं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना नाम रोशन करना चाहती हूं. इसलिए मैं जेईई की तैयारी कर रही हूं. मेरी सफलता में परिवारीजनों के साथ ही शिक्षकों का भी अहम रोल है.
प्रदेश में नौवीं और लखनऊ में चौथी रैंक लगाने वाले बाल निकुंज इंटरमीडिएट कॉलेज के छात्र अंशित पटेल ने 95.50 फीसदी नंबर हासिल किए हैं. अंशित के पिता पुत्तीलाल सरकारी सेवा में हैं और मां निर्मला देवी गृहिणी हैं. अंशित ने बताया कि उसने परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए नियमित रूप से पढ़ाई की है. रोजाना छह से आठ घंटे पढ़ाई के साथ ही खेल पर भी ध्यान देता था. इससे वह खुद को तरोताजा रख पाता था. आगे चलकर अंशित का मकसद आईपीएस अफसर बनना है.