UP Board Result: प्रियांशी सोनी ने 10वीं में किया टॉप, 98.33 प्रतिशत नंबर पाये, शुभ छापरा 12वीं के टॉपर
यूपी बोर्ड का रिजल्ट आ गया है. हाईस्कूल में कुल 87.98 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुये हैं. वहीं इंटरमीडिएट में कुल 75.52 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए हैं. हाईस्कूल में प्रियांशी सोनी ने टॉप किया है. जबकि इंटरमीडिएट में शुभ छापरा ने टॉप किया है.
लखनऊ: यूपी बोर्ड का रिजल्ट आ गया है. इस बार भी रिजल्ट बेटियों ने अपना दबदबा बनाकर रखा है. हाईस्कूल में कुल 87.98 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुये हैं. वहीं इंटरमीडिएट में कुल 75.52 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए हैं. हाईस्कूल में प्रियांशी सोनी ने टॉप किया है. जबकि इंटरमीडिएट में शुभ छापरा ने टॉप किया है.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) के सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने बताया कि यह 100 साल का इतिहास है कि बोर्ड ने रिकार्ड समय में परिणाम घोषित किया है. उन्होंने बताया कि सीतापुर के सीता बाल विद्यामंदिर महमूदाबाद की प्रियांशी सोनी ने 600 में से 590 अंक लाकर टॉप किया है. वहीं चरखारी महोबा के शुभ छापरा ने 500 में से 489 अंक लाकर टॉप किया है.
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चार लाख से अधिक ने छोड़ी थी परीक्षा
यूपी बोर्ड में इस बार कुल 58,85,745 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था. 10वीं के 2,08,953 छात्रों और 12वीं के 2,22,618 छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे. इस बार 431571 छात्र-छात्राओं ने बोर्ड परीक्षा छोड़ दी थी. 10वीं के 31,16,487 और 12वीं के 27,69,258 छात्र-छात्राएं बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुये थे.
16 फरवरी से 4 मार्च तक हुई थी परीक्षाएं
यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 फरवरी से 4 मार्च के बीच आयोजित हुई थी. इसके लिये कुल 8753 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे. बोर्ड ने दावा किया था कि इस बार की बोर्ड परीक्षा बगैर पेपर आउट, गलत पेपर ओपनिंग और नकलविहीन परीक्षा संपन्न हुई. हालांकि परीक्षा में कुल 133 मुन्नाभाई पकड़े गए थे. 81 परीक्षार्थी नकल करते हुए पकड़े गए थे.
तय समय से एक दिन पहले खत्म हुआ था कापियों का मूल्यांकन
यूपी बोर्ड रिजल्ट के लिये प्रदेश भर में 258 केंद्रों पर 18 मार्च से मूल्यांकन शुरू हुआ था. खास बात यह है कि इस बार तय समय से एक दिन पहले 31 मार्च को मूल्यांकन कार्य पूरा हो गया था. हाई स्कूल की लगभग 1.86 करोड़ और इंटरमीडिएट की 1.33 करोड़ कॉपियों को मिलाकर कुल 3.19 करोड़ कापियों का मूल्यांकन किया गया. कापियों के मूल्यांकन के लिए 143933 परीक्षक लगाए गए थे.