UP Budget 2022: योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 का महाबजट वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 26 मई को विधानसभा में पेशकर दिया. उम्मीद के अनुसार यह यूपी का अब तक का सबसे बड़ा बजट है. वित्त मंत्री ने 6 लाख 15 करोड़ रुपये का बजट पेश किया. यह बजट इस मायने में भी खास है कि बीते 37 साल में यह किसी भी सरकार को पहली बार लगातार छठवीं बार बजट पेश करने का मौका मिला है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना घर से पूजा-पाठ करने के बाद बजट पेश करने के लिये निकले थे. वह घर से सीधे लोकभवन में कैबिनेट बैठक में पहुंचे. इसके बाद विधानसभा पहुंचकर उन्होंने बजट पेश किया. अपने बजट भाषण की शुरुआत में ही उन्होंने दूसरी बार सरकार बनाने के लिये प्रदेश की जनता का धन्यवाद दिया.
वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार के इस द्वितीय कार्यकाल के पहले वित्तीय वर्ष 2022-2023 का बजट इस सम्मानित सदन के समक्ष प्रस्तुत करते हुये मैं प्रदेश की जनता का अभिनंदन करना चाहूंगा. जिसने हमारी सरकार के पिछले कार्यकाल में किये गये जन कल्याण और विकासोन्मुखी कार्य को देखते हुये जाति-धर्म और समुदाय के समीकरण को नकारकर उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा को बनाये रखने के लिये बीजेपी में विश्वास कायम रखते हुये हमें पुनः सेवा का अवसर दिया है.
सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा 37 वर्षों के बाद हुआ है, जब किसी पार्टी को लगातार दो बार प्रदेश की जनता ने सरकार बनाने के लिये चुना हो. हमारी सरकार का वर्ष 2017-2018 से 2021-2022 का कार्यकाल हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में सफलताओं, प्रदेश के दीर्घकालिक व सतत् विकास की नीतियों के प्रतिपादन, निष्पादन का रहा है.
Also Read: Modi Government 8 Years: डिफेंस कॉरिडोर से लेकर काशी विश्वनाथ धाम तक- इन योजनाओं ने बदली UP की तस्वीर
उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में कानून का राज कायम किया. माफियाओं , गुंडो और दंगाईयों के आतंक से जनसामान्य को राहत दिलाई. प्रदेश में उद्योग धंधों को बढ़ावा दिया गया. आधुनिक तकनीकों के प्रयोग को शासन-प्रशासन और सामान्यजन के मध्य बढ़ावा दिया गया. अवस्थापना सुविधाओं में अभूतपूर्व विस्तार किया गया. चिकित्सा सुविधाओं विशेषकर कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी की चुनौती से निपटने और अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम और इलाज के क्षेत्र में विश्वस्तरीय कीर्तिमान स्थापित किये गये.
पिछले दो वर्षों में पूरे विश्व और देश के साथ उत्तर प्रदेश में कोविड -19 जैसे वैश्विक महामारी का जिसके समक्ष विश्व की बड़ी शक्तियां कहे जाने वाले देश बेबस और लाचार नजर आये की विभीषिका को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के कुशल मार्ग निर्देशन में बड़ी सूझबूझ और धैर्य के साथ सामना किया गया. प्रशासन तंत्र और हमारे देशवासी व प्रदेशवासी इस चुनौतीपूर्ण समय में कंधे से कंधा मिला कर खड़े रहे. ऐसी परिस्थितियों में ही नेतृत्व की परीक्षा होती है.
वित्त मंत्री ने कहा कि मैं इन दोनों अप्रतिम नेताओं को यह पवितयों समर्पित करता हूँ
“वह पथ क्या , पथिक कुशलता क्या,
जिस पथ में बिखरे शूल न हों,
नाविक की धैर्य परीक्षा क्या
जब धाराएं प्रतिकूल न हों।। “