Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि राज्य में जल्द ही पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों सहित 20 से अधिक संचालित हवाई अड्डे होंगे. प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने दावा किया कि योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है. वर्तमान में उत्तर प्रदेश में नौ हवाई अड्डे क्रियाशील हैं. और हवाई सेवा 80 गंतव्यों के लिए उपलब्ध है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा के बजट सत्र 2023 में कहा कि राज्य में तीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे क्रियाशील हैं और जेवर और अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे निर्माणाधीन हैं. जल्द ही राज्य में पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे शुरू हो जाएंगे. राज्य सरकार ने जेवर हवाई अड्डे पर रनवे की संख्या दो से बढ़ाकर पांच करने का फैसला किया है.
वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के अब तक के कार्यकाल में 04 एयरपोर्ट्स के निर्माण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा 06 एयरपोर्ट्स का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो रहा है. इनमें अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावरती, चित्रकूट तथा सोनभद्र शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में राज्य में पांच अंतरराष्ट्रीय और 16 घरेलू हवाई अड्डे, इस तरह कुल 21 हवाई अड्डे चालू हो जाएंगे. हमारा मानना है कि राज्य के लोगों के लिए हवाई यात्रा सुलभ होनी चाहिए.
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इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए योगी सरकार के वार्षिक बजट में भी राज्य में रेल और रोपवे कनेक्टिविटी बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया है. योगी सरकार के बजट 2023-24 में वाराणसी में सार्वजनिक परिवहन के लिए भारत की पहली रोपवे परियोजना को भी प्राथमिकता दी गई है, जिसमें यूपी के चार महानगरों में मेट्रो रेल सेवा के विकास के लिए 2500 करोड़ से अधिक का प्रावधान शामिल है.
योगी सरकार के बजट 2023-24 में लखनऊ और शहरी क्षेत्रों सहित प्रदेश के सभी विकास प्राधिकरणों में अधोसंरचना सुविधाओं के विकास पर भी जोर दिया गया है. इसके तहत वाराणसी एवं अन्य शहरों में रोपवे सेवा विकसित करने के लिए 150 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है.
वित्तीय वर्ष 2023-24 में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के लिए 585 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है. इसके अलावा आगरा मेट्रो रेल परियोजना में 465 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. वहीं वाराणसी, गोरखपुर समेत अन्य शहरों में मेट्रो रेल परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम प्रोजेक्ट के लिए 1306 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा है.
इसी प्रकार इस बजट में मुख्यमंत्री शहरी विस्तार एवं नवीन नगर प्रोत्साहन योजना के लिए 3000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. साथ ही गोरखपुर शहर में स्थित गोधोइया नाला एवं रामगढ़ ताल के जीर्णोद्धार एवं अवरोधन, डायवर्जन एवं उपचार से संबंधित परियोजना को लेकर भूमि अधिग्रहण के लिए बजट में 650.10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.