लखनऊ : उत्तर प्रदेश में रामपुर के स्वार और मीरजापुर के छानबे विधानसभा क्षेत्र में बुधवार को शांति के साथ मतदान संपन्न हो गया. छिटपुट घटना और सियायी अरोप प्रत्योरोप को छोड़ दें तो कहीं से भी कोई अप्रिय खबर नहीं है. मतदान की शुरुआत धीमे मतदान से हुई. मिर्जापुर की छानबे विधानसभा में 7 बजे तक 44.15 प्रतिशत मतदान हुआ है. इससे पहले छानबे में 5:00 बजे तक 39.51 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं रामपुर में स्वार विधानसभा पर हुए उपचुनाव में शाम 6:00 बजे तक 44.95% रहा. यहां 5 बजे तक 41.78% मतदान था. फाइनल आंकड़े आना अभी बाकी है. मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर विधायक राहुल कोल के निधन की वजह से उपचुनाव हुआ. भारतीय जनता पार्टी और अपना दल (एस) ने राहुल कोल की पत्नी रिंकी कोल को मैदान में उतारा है.वहीं कीर्ति कोल सपा के उम्मीदवार हैं. कांग्रेस ने अजय कुमार को प्रत्याशी बनाया है. यहां मुख्य मुकाबला अपना दल और समाजवादी पार्टी के बीच है.
यूपी में रामपुर जिले की स्वार विधानसभा सीट सपा नेता आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम की सदस्यता रद्द कर दिए जाने से खाली हुई थी. यहां सपा की तरफ से अनुराधा चौहान के सामने भाजपा समर्थित अपना दल के शफीक अहमद अंसारी मैदान में हैं. पहले दो घंटे में स्वार में 7.93 प्रतिशत मतदान हुआ था. 3 बजे तक 33.66% मतदान रहा. मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो गया और शाम छह बजे तक चला. स्वार विधानसभा क्षेत्र में छह तथा छानबे विधानसभा क्षेत्र में आठ उम्मीदवार सियासी मैदान में हैं. उप चुनाव को लेकर कुल 774 मतदेय स्थल तथा 492 मतदान केन्द्र बनाए गए थे. इनमें 6.62 लाख मतदाता को अपने मत का प्रयोग करना था. यहां 3.51 लाख पुरुष, 3.11 लाख महिला और 82 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.
समाजवादी पार्टी ने स्वार और छानबे उपचुनाव में धांधलियों का आरोप लगाया है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हरी झंडी मिलने के बाद समाजवादी पार्टी की ओर से मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग को सम्बोधित पत्र भेजा गया है. पत्र में रामपुर जनपद के विधानसभा क्षेत्र-34 स्वार और मिर्जापुर जनपद के विधानसभा क्षेत्र-395 छानबे में मतदान में सत्तापक्ष द्वारा मतदाताओं को डराने-धमकाने, बूथ कैप्चर करने के आरोप लगाए हैं. इससे पूर्व सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने उपचुनाव में जनता को वोट न डालने देने का आरोप लगाया था. यहां तक कह दिया था कि पुलिस प्रशासन वोट डालने आ रहे लोगों पर लाठी चला रहा है.