कांग्रेस की चुनाव आयोग को चिट्ठी, कोरोना संकट में बड़ी रैलियों पर बैन की मांग, मोदी-योगी पर भी लगे रोक

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का आरोप है कि सरकारी राशि से उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान आयोजन के मंच का राजनीतिक बयानबाजी के लिए इस्तेमाल हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2022 2:23 PM
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UP Election 2022: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा को चिट्ठी लिखकर कोरोना संकट में बड़ी चुनावी रैलियों पर रोक लगाने की मांग की है. चिट्ठी में आयोग से पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल से रोकने की मांग भी की गई है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का आरोप है कि सरकारी राशि से उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान आयोजन के मंच का राजनीतिक बयानबाजी के लिए इस्तेमाल हो रहा है.

कांग्रेस ने कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए विधानसभा चुनाव 2022 में कई सावधानियां बरतने की सलाह दी है. पार्टी ने आयोग से कहा है कि कोरोना संकट को लेकर राजनीतिक दलों को छोटी सभाएं, चौपाल, नुक्कड़ सभा, वर्चुअल मीटिंग, डोर-टू-डोर कैंपेन या दूसरे आयोजनों के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए. राजनीतिक दलों को बड़ी रैलियां निरस्त कर देनी चाहिए, ताकी कोरोना संक्रमण पर रोक लगे.

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चिट्ठी में पंचायत चुनाव का भी जिक्र है. पार्टी ने लिखा है पंचायत चुनाव में शिक्षकों, अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी के लिए बाध्य किया गया, उनमें 2,500 शिक्षकों और कर्मचारियों की कोरोना से मौत हुई. ऐसी त्रासदी की दोबारा पुनरावृति रोकने के लिए सावधानी बरतनी होगी. तीसरी लहर के मद्देनजर जनता को सुरक्षित रखने के लिए कोरोना गाइडलाइंस को फॉलो करना होगा.

कांग्रेस पार्टी ने कहा है पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव करीब होने के चलते बड़ी-बड़ी रैलियां के जरिए उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं. इसमें सरकारी पैसा और तंत्र का इस्तेमाल हो रहा है. यह कार्यक्रम बीजेपी के प्रचार के मंच ज्यादा हो गए हैं. पीएम संविधान के दायरे के बाहर जाकर राजनीतिक दलों पर छींटाकशी कर रहे हैं. उनके ट्विटर हैंडल से भी राजनीतिक बयानबाजी की जा रही है. इस पर तुरंत रोक लगे.

पार्टी का आरोप है कि सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा सरकारी खर्चे पर रैलियां कर रहे हैं. वो संविधान के विरुद्ध लोगों को बांटने वाले भाषण भी दे रहे हैं. मौजूदा सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है. चुनाव में भड़काऊ भाषणों की जगह जनता के मुद्दे उठाए जाने चाहिए. बताते चलें कि कोरोना संक्रमण को देखकर कांग्रेस ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ मैराथन को कैंसिल कर दिया है. साथ ही बड़ी रैलियां नहीं करने का फैसला भी कांग्रेस पार्टी ने लिया है.

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