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UP Crime News: क्या था जादुई सिक्के का रहस्य, जिसके कारण चली गई दो व्यापारियों की जान

UP Crime News बुलंदशहर (Bulandshahr) में दो व्यापारी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए थे. 24 घंटे बाद उनका शव एक नहर के पास मिला. पुलिस ने जब मामले की पड़ताल की तो ऐसा खुलासा हुआ कि सबसे होश उड़ गए.

By Amit Yadav | April 4, 2024 7:44 PM
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बुलंदशहर: व्यापारी राजीव गर्ग और सुधीर अग्रवाल (UP Crime News) की हत्या का खुलासा हो गया है. दोनों आपस में रिश्तेदार थे और एक जनवरी को उनके शव अडौली नहर (Bulandshahr) के पास मिले थे. पुलिस ने दावा किया है कि नौकर ऋषभ ने अपने साथी को साथ मिलकर राजीव गर्ग और सुधीर गर्ग की हत्या की. सिक्के को बेचने के लिए कोई खरीदार की तलाश रहे थे.

31 मार्च की रात से थे लापता
UP Crime News बुलंदशहर (Bulandshahr) पुलिस के अनुसार राजीव गर्ग अपने फूफा सुधीर अग्रवाल के साथ 31 मार्च को एआरटीओ ऑफिस के पास स्थित जनसेवा केंद्र से किसी कार्य के निकले थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे थे. 1 अप्रैल को दोनों का शव अडौली नहर के पास मिले थे. इस मामले में जांच के दौरान ऋषभ और तनु नाम के युवक की इस घटना में शामिल होने की जानकारी मिली थी. दोनों को गिरफ्तार किया गया तो पता चला कि ऋषभ राजीव गर्ग के जनसेवा केंद्र पर कार्य करता है. मृतक राजीव पर उसके 80 हजार रुपये बकाया थे. कुछ महीने से उसे वेतन भी नहीं मिला था. इसको लेकर दोनों में कहासुनी भी हुई थी.

दोस्त को भी साजिश में किया शामिल
ऋषभ ने पुलिस को बताया कि राजीव के पास आने वाले कुछ लोग एक रहस्यमयी सिक्के के बारे में बाते करते थे. जिसको देश-विदेश में बेचने की बात भी होती थी. इन लोगों को अंधविश्वास था कि जादुई सिक्के की सहायता से मौसम को बदला जा सकता है. इससे बारिश कराई जा सकती है और मनचाही इच्छा भी पूरी की जा सकती है. इस तरह के दुनिया में कुल 26 सिक्के हैं. इन सिक्कों को पाने की लालसा में उसने तनु के साथ मिलकर राजीव को मारने की योजना बनाई थी.

चाकू से गला रेता
पुलिस ने बताया कि 31 मार्च को राजीव जनसेवा केंद्र नहीं आया था. ऋषद ने एक चाय वाले के मोबाइल फोन से कॉल करके राजीव गर्ग को जनसेवा केंद्र बुलाया. राजीव अपनी स्कूटी से जब जाने लगा तो ऋषभ भी स्कूटी पर बैठ गया. वो पहले से बनी योजना के अनुसार राजीव गर्ग को अडौली नहर पर ले गया. रास्ते में उसने तनु को भी स्कूटी पर बैठा लिया. इसके बाद चलती गाड़ी पर ही उन्होंने राजीव पर पीछे से चाकू मार दिया. इससे स्कूटी अनियंत्रित होकर गिर गया. इसके बाद राजीव की गला रेतकर हत्याकर दी गई. इसके बाद ऋषभ राजीव की स्कूटी लेकर फूफा सुधीर अग्रवाल के पास गया. उसे बताया कि राजीव का एक्सीडेंट हो गया है. इसके बाद सुधीर को भी ले जाकर उसकी हत्याकर दी गई. ऋषभ ने राजीव के एटीएम से 5 हजार रुपये भी निकाले थे. इन लोगों ने हत्या के बाद चाकू को नहर में ही फेंक दिया था.

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