बागपत : उत्तर प्रदेश के बागपत में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की हत्या के मामले का पुलिस ने सोमवार को खुलासा करते हुये आरोपी चाचा-भतीजे संजीव खोखर और श्रवण खोखर को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, नगर पंचायत छपरौली के चुनाव की रंजिश के चलते हत्या की साजिश रची गयी. वारदात को अंजाम देने वाले तीनों अन्य आरोपी फरार हैं. वारदात के तार मुजफ्फरनगर से भी जुड़े हैं. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है.
बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह थाना छपरौली पुलिस व एसओजी टीम ने संयुक्त ऑपरेशन के दौरान रठौडा नहर पुलिया से संजय की हत्या में संलिप्त अभियुक्त संजीव खोखर और श्रवण खोखर को गिरफ्तार किया है. यह दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजे हैं. अभियुक्त श्रवण के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल एक तमंचा और दो कारतूस बरामद किए गए हैं.
अभिषेक सिंह के अनुसार, अभियुक्त संजीव व श्रवण ने पूछताछ में बताया कि संजीव के भाई रणधोल की पत्नी सुशीला खोखर वर्ष 2006 से 2011 तक छपरौली नगर पालिका की अध्यक्ष रही थीं. इसके बाद से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय के समर्थन से इनके परिवार के लोग ही अध्यक्ष बनते चले आ रहे हैं. संजय की वजह से ही संजीव के परिवार वालों को अध्यक्ष पद नहीं मिल पा रहा था. इसमें संजय बड़ी बाधा बन रहे थे. गत 11 अगस्त की सुबह संजय खोखर की गोली मारकर हत्या की गयी थी.
पुलिस अधीक्षक के अनुसार, इस घटना के हर पहलू की गहनता व निष्पक्षता से जांच हेतु एक एसआईटी आईजी रेंज मेरठ के अनुमोदन से गठित कर दी गयी है. जिसमें क्षेत्राधिकारी बड़ौत, एसएचओ छपरौली व मेरठ जनपद के एक निरीक्षक शामिल रहेंगे. उन्होंने कहा कि अन्य अभियुक्त सागर वालियान, सागर गोस्वामी और साहिल सलमानी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं.
Upload By Samir Kumar