UP Election 2022: अखिलेश यादव विजय रथ यात्रा के जरिए पूरे प्रदेश का करेंगे दौरा, जानें क्या है सपा की रणनीति
UP Election 2022: सपा प्रमुख अखिलेश यादव विजय रथ यात्रा के जरिए पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे. इस दौरान वे पार्टी के पक्ष में माहौब तैयार करेंगे. विजय रथ यात्रा 12 अक्टूबर से शुरू हो रही है.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर समाजवादी पार्टी तैयारियों में जुटी हुई है. पार्टी की ओर से 12 अक्तूबर को विजय रथ यात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है. इस यात्रा के तहत पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश के सभी जिलों और तहसीलों का दौरा करेंगे और सपा के पक्ष में माहौल बनाएंगे.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव का कहना है कि आज प्रदेश की जो हालत है उससे जनता दु:खी है. भाजपा के प्रति जनता में आक्रोश है. कुछ चुनाव ऐसे होते हैं जिनमें सिर्फ ज़मानत ही ज़ब्त नहीं होती, बड़बोलेपन की ज़ुबान भी ज़ब्त हो जाती है. यूपी का चुनाव भाजपा की ‘सत्ता ज़ब्त’ करेगा.
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लखीमपुर खीरी की घटना पर उन्होंने कहा, कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है. उप्र दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा. यही हाल रहा तो उप्र में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अभी भी अपने पद पर हैं. उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. साथ ही, आरोपी को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, हमें पूरा भरोसा है कि भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने का पूरा प्रयास करेगी. हम किसानों से अपील करते हैं कि इस सरकार को सत्ता से बेदखल कर दें.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, जब मुख्यमंत्री यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात कर सकते हैं तो सरकार मृतक किसानों के परिजनों को 2 करोड़ रुपये का मुआवजा क्यों नहीं दे रही.
बता दें, अखिलेश यादव को पुलिस ने लखीमपुर जाने से पहले ही लखनऊ में हिरासत में लिया था. इस पर उन्होंने ट्वीट कर कहा, ये नहीं गिरफ़्तारी है ये तो जंग हमारी है! आज अहंकारी भाजपा का विकृत रूप व चेहरा जनता के सामने किसानों की हत्या के रूप में आया है. भाजपा के समर्थकों के सिर भी शर्म से झुक गये हैं. अन्नदाता के हत्यारों का साथ देने का अपराधबोध उनके गले से एक निवाला भी नीचे उतरने नहीं दे रहा है.
Posted By: Achyut Kumar