वो साल दूसरा था ये साल दूसरा है! BJP के टिकट पर BSP प्रत्याशियों के लिए मुसीबत बने बसपा के पूर्व विधायक

आगरा में बसपा की लड़ाई उन नेताओं से है जो 2012 में उन्ही की पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. अब ये पूर्व बसपा नेता बीजेपी टिकट पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों को चुनौती दे रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 30, 2022 8:43 AM
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UP Assembly Election 2022: साल 2022 में यूपी समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन सबसे अधिक सुर्खियों और चौराहों पर उत्तर प्रदेश के चुनाव की चर्चा है. उसके अपने कई कारण हैं, प्रदेश की राजनीति इस कदर बदल चुकी है कि कौन-सा नेता कब किस पार्टी में चला जाए किसी को कोई अंदाजा नहीं है. इस बीच आगरा का नाम लेना इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि यहां कि राजनीति भी एक दिलचस्प मोड पर पहुंच चुकी है, यहां बसपा की लड़ाई उन नेताओं से है जो 2012 में उन्ही की पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे.

बसपा के लिए मुसीबात बने अपने ही पूर्व विधायक 

दरअसल, आगरा में 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए जिले की 9 सीटों पर बसपा के तीन पूर्व विधायकों को बीजेपी का टिकट मिल गया है. दो अन्य सीटों पर भी बसपा के ही दो महारथी पूर्व विधायक बीजेपी के लिए प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं.

खेरागढ़ विधानसभा क्षेत्र से 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव जीत विधायक बने भगवान सिंह कुशवाह ने इस बार बसपा का दामन छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है. पूर्व विधायक कुशवाह अब बसपा के प्रत्य़ाशी गंगाधर कुशवाह को चुनौती देने के लिए मैदान में हैं.

बसपा के पूूर्व विधायक देंगे बसपा प्रत्याशी को चुनौती

आगरा की एत्मादपुर विधानसभा सीट से 2012 में बसपा की टिकट पर विधायक चुने गए पूर्व विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह के मिजाज अब बदल चुके हैं, फिलहाल उन्होंने बसपा छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है. इस बार उन्हें भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है, और उनका सीधा मुकाबला अपनी पूर्व की पार्टी बसपा प्रत्याशी राकेश बघेल से है.

बसपा के ये पूर्व महारथी भी बीजेपी में शामिल

इसी तरह 2012 में फतेहाबाद सीट से बसपा की टिकट पर विधायक चुने गए छोटेलाल वर्मा अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. जोकि बसपा प्रत्याशी शैलू जादौन को चुनौती दे रहे हैं. वहीं बसपा के टिकट पर दो बार विधानसभा पहुंचे पूर्व विधायक गुटियारीलाल दुबेश अब भाजपा में शामिल होकर बसपा के लिए मुसीबत बन चुके हैं. आगरा ग्रामीण सीट से 2012 में बसपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते पूर्व विधायक कालीचरन सुमन भी भाजपा में शामिल होकर इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी बेबीरानी मौर्य के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं.

बाह सीट पर बसपा का अपने ही पूर्व विधायक से मुकाबला

2007 के विधानसभा चुनाव में बाह सीट पर बसपा के टिकट पर चुनाव जीते पूर्व विधायक मधुसूदन शर्मा ने बाकी नेताओं की तरह बीजेपी नहीं बीजेपी नहीं चुनी उन्होंने कुछ अलग करने की सोची और सपा में शामिल हो गए जोकि अब 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ-साथ बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं.

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