Lucknow News: उत्तर प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत महिला शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है. इन विद्यालयों में कार्यरत विवाहित महिला शिक्षकों को करवा चौथ व्रत सहित अन्य पर्व पर विशेष अवकाश दिया जाएगा, इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है.
ऐसे अवकाश के लिए माध्यमिक शिक्षा विद्यालयों की महिला शिक्षकों की ओर से काफी समय से मांग की जा रही थी. अब शिक्षक संगठन की इस मांग पर मुहर लगा दी गई. इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने आदेश जारी कर दिया है, जिसमें उत्तर प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों में विभिन्न विशेष अवकाश को लेकर पूरी जानकारी दी गई है.
साल की अलग-अलग तारीख में होने वाले इन अवकाश को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक के आदेश के मुताबिक प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत विवाहित महिला शिक्षकों के लिए करवा चौथ के दिन अवकाश रहेगा.
इसी प्रकार से क्षेत्र विशेष में हरतालिका तीज या हरियाली तीज, संकटा चतुर्थी हलषष्ठी, ललई छठ, जीउतिया व्रत और अहोई अष्टमी में व्रत रखने वाली महिला शिक्षकों को उनके प्रार्थना पत्र के आधार पर संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक अवकाश प्रदान करेंगे. महिला शिक्षकों के प्रार्थना पत्र के आधार पर यह स्वीकृति दी जाएगी.
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने आदेश में कहा है कि इसके साथ ही शेष अवकाश पहले की तरह रहेंगे. उनमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. आदेश में सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक, मंडलीय उप शिक्षा निदेशक तथा जिला विद्यालय के निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि शासन की ओर से 8 दिसंबर 2022 को घोषित अवकाश के आधार पर उत्तर प्रदेश के सभी विद्यालयों के लिए वर्ष 2023 के लिए अवकाश तालिका भेजी जा चुकी है. इसके अलावा माध्यमिक विद्यालयों की विवाहित महिला शिक्षकों के लिए अनुमन्य विशेष अवकाश की सूची को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी गई है.
बता दें कि बेसिक विद्यालयों में करवा चौथ का अवकाश पहले से दिया जा रहा है. इस फैसले से महिला शिक्षकों ने प्रसन्नता जाहिर की है. दरअसल महिलाओं के लिए इस तरह के त्योहार पर छुट्टी मिलना राहत भरा निर्णय होगा, क्योंकि ऐसे पर्व पर महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं. पूरे दिन बिना पानी के महिलाओं को ड्यूटी करना चुनौतीपूर्ण होता है. वहीं शिक्षक और अन्य कर्मचारी संगठनों ने भी इस फैसले को शासन का सही कदम बताया है.